महाविद्यालय गोपेश्वर की भूमि पर अतिक्रमण के विरुद्ध प्रशासन का अतिक्रमण हटाने का अॉपरेशन तीसरे दिन भी जारी रहा। भारी सुरक्षा प्रबंधों के बीच कहीं मशीन से तो कहीं मजदूरों से अतिक्रमण हटाया गया, जिन लोगों के मकान और निर्माण कार्य हटाये जा रहे हैं, उन्होंने मिन्नत और गुहार लगाई, लेकिन प्रशासन ने किसी की न सुनी।
महाविद्यालय गोपेश्वर की भूमि पर अतिक्रमण करने की शिकायत एक लंबे समय से की जा रही थी। छात्रों ने इसे लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन किया तथा शिक्षा मंत्री तक अपनी बात रखी थी। जिसके बाद शिक्षा मंत्री ने भी प्रशासन को निर्देश दिए थे कि छात्रों और महाविद्यालय प्रशासन की बात सुनी जाए। प्रशासन के उपर जब छात्रों के प्रदर्शन का दबाव पड़ा तो अब महाविद्यालय की भूमि से अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई, जो तीसरे तीन भी अतिक्रमण हटाने के लिए भारी पुलिस बल, जेसीबी, मजदूरों को लेकर प्रशासन पहुंचा।
इंटर कॉलेज जाने वाले मार्ग पर जहां से महाविद्यालय की भूमि लगती है वहां से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई। उसके बाद निकटवर्ती मकानों पर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया जारी रही। कहीं पर मशीन तो कहीं पर मजदूरों के माध्यम से अतिक्रमण हटाया गया। इस मौके पर उपजिलाधिकारी परमानंद और पुलिस उपाधीक्षक हरबंस सिंह तथा थानाध्यक्ष कुंदन राम आदि भारी सुरक्षा प्रबंधों के बीच मौजूद रहे।