उत्तरकाशी नगर पालिका क्षेत्र को धर्म नगरी घोषित करने में शासन स्तर पर कार्रवाई तेज हो गई है। इस संबंध में जिला प्रशासन और पूर्व उपाध्यक्ष चारधाम विकास परिषद सूरतराम नौटियाल को शासन से पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें कुछ जरूरी प्रस्ताव मांगे गए हैं।
चारधाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सूरतराम नौटियाल ने बताया कि उन्होंने पूर्व में उत्तरकाशी नगर पालिका क्षेत्र को धर्म नगरी घोषित करने के लिए शासन से मांग की थी जिसमें समय-समय पर आंदोलन भी किये गये। इस पर पूर्व में नगर पालिका से प्रस्ताव मांगा गया था लेकिन अब जिला प्रशासन से भी इस संबंध में प्रस्ताव मांगा गया है। बुधवार को उन्हें अपर सचिव शासन विनोद कुमार सुमन का पत्र प्राप्त हुआ है।
नौटियाल ने बताया कि वह शुक्रवार को अपर सचिव से वार्ता करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी में गंगोत्री यमुनोत्री सहित कई धार्मिक स्थल हैं जहां अक्सर सालभर तीर्थ यात्रियों का आना जाना लगा रहता है, इसलिए धार्मिक भावनाओं को देखते हुए यहां अंडा, मांस, मदिरा आदि पर प्रतिबंध लगना चाहिए। धर्मनगरी घोषित होने के बाद नगर क्षेत्र में अंडा, मांस, मदिरा आदि सभी चीजें वर्जित हो जाएंगी। शुरुआत में नगर पालिका क्षेत्र इसके दायरे में आएगा।