मातृभूमि की सेवा करना अनूठा अवसर : सेना प्रमुख

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सेनाध्यक्ष

थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने कहा कि वर्दी धारण कर मातृभूमि की नि:स्वार्थ सेवा करना अनूठा अवसर है। सेना ‘हर काम देश के नाम’ लक्ष्य को लेकर सेना अपने सभी कार्यों में तिरंगे को गौरवान्वित करना जारी रखेगी।

थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने यह बातें भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून में जेंटलमैन सैन्य छात्रों की पासिंग आउट परेड (पीओपी) के मौके पर कहीं। उन्होंने कहा कि आईएमए प्रशिक्षण उच्च और विश्व स्तरीय है।

उन्होंने कहा,”सैनिकों का पेशा सभी व्यवसायों में सर्वोत्तम है। यह वर्दी धारण करने और अपनी मातृभूमि की निःस्वार्थ भक्ति के साथ सेवा करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। यह एक ऐसा करियर है, जो उद्देश्य की भावना से प्रेरित है और कर्तव्य निष्ठा से भी अधिक बलिदान मांगता है”।

सेना प्रमुख पांडेय ने कहा कि आगामी वर्षों में, आपका लचीलापन, दृढ़ और अटूट संकल्प का आधार तिरंगा को और गौरवान्वित करेगा। उन्होंने कहा कि पासिंग आउट परेड, आत्म-अनुशासन और युद्ध कला में प्रशिक्षण प्रदान करने वाली एक प्रमुख संस्था, भारतीय सैन्य अकादमी में कठोर प्रशिक्षण की पराकाष्ठा को दिखाती है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आवश्यक बौद्धिक, नैतिक और शारीरिक गुणों का सर्वोत्तम विकास करना है। आईएमए में प्रशिक्षण देशभक्ति, चरित्र, गतिशीलता, पहल और समझ को विकसित करता है, जो भारतीय सेना में नेतृत्व का आधार है।

सेना प्रमुख ने सेना के भावी नेतृत्व को उच्च मानकों को दर्शाते प्रशिक्षण, अनुशासन और साथ ही समन्वित ड्रिल के आयोजन के लिए परेड कमांडर और कर्मचारियों के साथ प्रतिभागियों की सराहना की। इन युवाओं ने प्रशिक्षण और अनुशासन के उच्च मानकों को आत्मसात किया।

सेनाध्यक्ष ने कहा, “इन चरित्रवान युवकों के पालन पोषण के लिए गौरवान्वित माता-पिता और अभिभावकों को मेरी शुभकामनाएं, ये युवा जो आज भारतीय सेना द्वारा समर्थित सुदुढ़ मूल्य प्रणाली के संरक्षक बनने के लिए तैयार हैं। आपकी भूमिका, योगदान और निरंतर समर्थन को धन्यवाद। जिसके बिना यह उपलब्धि प्राप्त नहीं की जा सकती थी। इन युवाओं को लड़ाकू नेतृत्व में परिवर्तित करना हमारा साझा दृष्टिकोण रहा है और आज हम इसे अपने बीच साकार होते हुए देख रहे हैं। राष्ट्र आपके अमूल्य योगदान का ऋणी रहेगा”।

सेना प्रमुख ने मैत्री देशों के जेंटलमैन कैडेटों की भी सराहना की और कहा,”मैं विदेशी मित्र देशों के सभी 42 जेंटलमैन कैडेट्स को शुभकामनाएं देते हूं कि वे प्रशिक्षण की अच्छी यादों का खजाना अपने साथ हमेशा के लिए संजोकर रखेंगे। भारतीय सैन्य अकादमी ने आपको प्रशिक्षण प्रदान किया है, यह आपके पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन का आधार बनेगा और निश्चित रूप से हमारे देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को सृदृढ़ करेगा”।

भारतीय सैन्य अकादमी से इस बार कुल 374 जेंटलमैन कैडेट्स उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें नियमित पाठ्यक्रम के 152, तकनीकी स्नातक पाठ्यक्रम के 135 और सात मित्र देशों के 42 सैन्य छात्रों ने सफलतापूर्वक परीक्षा उत्तीर्ण की है। इस कार्यक्रम में उत्तीर्ण जेंटलमैन कैडेट्स के माता-पिता और परिवार के सदस्यों ने भी भाग लिया और भारतीय सेना में अपने बच्चों को स्थायी कमीशन दिए जाने के महत्वपूर्ण अवसर पर आयोजित यादगार समारोह के प्रत्यक्षदर्शी रहे।

पासिंग आउट परेड के बाद प्रतीक्षित ‘पीपिंग समारोह’ का आयोजन किया गया। इसमें भारतीय सेना के नए कमीशन अधिकारीगण अपने गर्वित माता-पिता के साथ उपस्थित रहे। ये नए कमीशन प्राप्त युवा लेफ्टिनेंट उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं सहित पूरे देश में अपनी संबंधित इकाइयों में शामिल होंगे।