नई दिल्ली। जेट एयरवेज की जिम्मेदारी संभाल रहे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह ने इसके प्रमुख की तलाश शुरू कर दी है। इनमें एसबीआई के पूर्व चेयरमैन अरुण कुमार पुरवार जेट एयरवेज के अंतरिम बोर्ड प्रमुख के लिए संभावित लोगों की सूची में शीर्ष पर हैं। इस पद के लिए जानकी बल्लभ और अरुंधती भट्टाचार्य के नाम भी चर्चा में हैं।ये दोनों एसबीआई के पूर्व चेयरपर्सन हैं।
पुरवार के बोर्ड के प्रमुख बनने की संभावना अधिक है और वह जेट बोर्ड के दो नामितों में एक हो सकते हैं। जेट के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल और उनकी पत्नी के सोमवार को इस्तीफा देने के बाद ये पद खाली हुए हैं। दूसरे रिक्त पद अन्य कर्जदाताओं जिसमें प्रमुख तौर पर आईडीबीआई बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और यस बैंक में से किसी एक के पास जा सकता है।
बैंकों के समूह ने दिए हैं 1500 करोड़
इससे पहले एसबीआई की अगुवाई में जेट एयरवेज के कर्मचारियों के बकाया वेतन भुगतान के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से विचार-विमर्श करके एक योजना बनाई गई है। बैंकों के समूह ने अंतरिम समिति का प्रभार ग्रहण किया और कर्जदाताओं ने जेट एयरवेज एयरलाइन के तात्कालिक मसलों का समाधान करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये की आपात राहत प्रदान की है।
गौरतलब है कि ईंधन की कीमत में बढ़ोतरी और भारी प्रतिस्पर्धा की वजह से जेट एयरवेज पिछले छह महीने से नकदी के संकट से जूझ रही है। कंपनी ने पट्टेदारों, हवाईअड्डा संचालकों और तेल कंपनियों के भुगतान में भी देरी की है। कंपनी को कार्यबल के हिस्से को भुगतान करने और कंपनी के संचालन को बनाए रखने में भी मशक्कत करनी पड़ी है।
पायलटों को निर्देश, अपने लिए विशेष भोजन नहीं मंगवायें
एयर इंडिया के पायलट अब अपने लिए मनपसन्द व्यंजन नहीं मगां पायेंगे। देश की सबसे बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया ने अपने पायलटों को सख्त निर्देश दिया है कि वे उड़ान के दौरान अपने लिए विशेष भोजन नहीं मंगवाया करें। इसके लिए उन्हें ‘कंपनी की ओर से तय की गई भोजन सारणी का पालन करना है।
एयर इंडिया के निदेशक (परिचालन) अमिताभ सिंह ने बुधवार को पायलटों को भेजे गए एक ई-मेल के माध्यम से निर्देश दिया कि जानकारी मिली है कि विमान का चालक दल अपने लिए विशेष भोजन मंगवा रहा है, जो नियमों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि चालक दल सिर्फ मेडिकल कारणों से विशेष भोजन मंगवा सकता है। वह भी डॉक्टर की सलाह पर ही ।
सिंह ने अपने मेल में कहा कि ऐसा पाया गया था कि पायलट अपने लिए बर्गर और सूप जैसे विशेष भोजन मंगवा रहे हैं। इससे भोजन पर एयरलाइन का खर्च बढ़ रहा था और खाद्य प्रबंधन भी प्रभावित हो रहा था। उन्होंने अपने ई-मेल में लिखा,‘चालक दल को कंपनी की ओर से तय की गई भोजन सारणी का पालन करना चाहिए।