ऋषिकेश, एनजीटी के आदेश पर एक पखवाड़े पूर्व प्रशासन ने चंद्रभागा नदी के पास अवैध रूप से बसे लोगों की झोपडीयों पर जेसीबी चलाई थी। इससे पीड़ित परिवारों से मिलने शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल पहुंचे। उन्हाेंने प्रशासन से बात करने के बाद उजाड़े गए परिवारों को खाने और रहने की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल स्थानीय प्रशासन के साथ चंद्रभागा में उन परिवारों का दुख सुनने पहुंचे जिन्हें अतिक्रमण के नाम पर विगत 4 नवम्बर को उजाड़ा गया था, प्रशासन के हिसाब से इसमें कुल 261 परिवार थे। परंतु उजाड़े गए परिवारों का कहना था कि उनकी संख्या लगभग 3000 से अधिक है।
मौके पर पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष ने स्थानीय नगर निगम के आयुक्त से लेकर उप जिलाधिकारी एवं कमिश्नर तक फोन से बात की और पीड़ित परिवारों की समस्याओं के बारे में जानकारी दी।अधिकारियों ने उन्हें बताया कि यह परिवार अतिक्रमण की परिधि में आते हैं जो कि राजस्व विभाग में नौन जैडे किस श्रेणी में आती है जिसे एनजीटी के आदेश पर हटाया गया है। हटाने से पूर्व नगर निगम की ओर से सभी लोगों को बुलाकर इस संबंध में जानकारी भी दी गई थी जिन्होंने बसाया था कि उनकी जमीन एवं मकान उत्तर प्रदेश और बिहार में भी है लेकिन वह यहां मजदूरी करने के लिए आए हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने प्रशासन को मौके पर निर्देश दिया कि अधिकारी इस भूमि की वास्तविकता को जानकर उचित कार्रवाई करें जब तक यह कार्रवाई होती है तब तक इनके रहने तथा खाने की व्यवस्था जब तक की जाए तब तक यह लोग अपनी व्यवस्था नहीं कर लेते। कुल मिलाकर नतीजा यह रहा कि राय पंचों की पतनाला वहींं गिरेगा जहां प्रशासन चाहेगा। इस अवसर पर तहसीलदार रेखा आर्य, नायब तहसीलदार कोतवाली प्रभारी रितेश साह, भाजपा के मंडल अध्यक्ष चेतन शर्मा मौके पर मौजूद थे।