प्रदेश का प्रमुख हिल डेस्टिनेशन औली इन दिनों पर्यटकों से गुलजार है। जोशीमठ और यहां के सभी होटल और टेंट कॉलोनियां 12 जनवरी तक के लिए बुक हो चुके हैं। पूरे क्षेत्र में रंग-बिरंगे टेंट नजर आ रहे हैं। मगर बर्फ का दीदार करने के लिए पर्यटकों को गौरसों के जंगलों तक पंहुचना पड़ रहा है।
इस बार औली स्लोप व जीएमवीएन कैंपस के आसपास बर्फ न होने से पर्यटक मायूस हो रहे हैं। वह घोड़ों-खच्चरों की सवारी कर गौरसों पहुंचकर बर्फ का लुत्फ उठा रहे हैं। औली विश्व विख्यात हिमक्रीड़ा केंद्र है। औली मे जीएमवीएन के अलावा सभी प्राइवेट होटल बुक हो चुके हैं। लोगों 24 दिसबर से 12 जनवरी तक के लिए एडवांस बुकिंग कराई है। जोशीमठ और आसपास के क्षेत्रों के होटलों में ठहरे पर्यटक रोप-वे और वाहनों के माध्यम से औली पंहुचकर छुट्टियों का आनंद उठा रहे हैं।
पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि अगर बर्फ होती तो औली में तिल रखने की जगह नहीं होती। पिछले साल 12 व 13 दिसम्बर को गिरी बर्फ 25 दिसम्बर तक रही। इस बार 12दिसबर को मामूली बर्फ गिरी थी। वह पिघल चुकी है। दस नबंर रोप-वे टावर से ऊपर गौरसों के जंगलों में जरूर अभी बर्फ है। उधर, जोशीमठ – औली मोटर मार्ग पर स्थानीय युवाओं ने अपनी भूमि पर छोटी हट्स और टेंट कालोनी बनाकर स्वरोजगार शुरू किया है।