यमुनोत्री मार्ग पर नौगांव- बड़कोट के बीच चल रहे डामरीकरण व दीवार के कार्यों की गुणवत्ता मानकों के उलट पाए जाने पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने सख्त कदम उठाए हैं। निर्माण कम्पनी के पेच कसे जाने पर अब वह इस निर्माण कार्य को गुणवत्ता के साथ नये सिरे से करेगी।
यहां चल रहा एनएच का काम शुरू से ही सवालों के घेरे में रहा है। निर्माण कंपनी गुणवत्ता को ताक पर रखकर लगातार काम करती रही। राष्ट्रीय राजमार्ग पर लाखों की लागत से बन रही दीवार जो एक बरसात भी नहीं टिक पाई और देखते -देखते धराशाई हो गयी। सड़क पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो गई । राष्ट्रीय राजमार्ग 123 (507) नौगांव बड़कोट पर कृष्णा खडड के पास सीसी ब्लाक का निर्माण कार्य करवाया गया था। पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते यह दीवार एक दिन से ज्यादा भी नहीं टिक पायी। उसके बाद कंपनी के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर कई तरह के सवाल उठने शुरू हो गए।
स्थानीय लोगों ने हाल ही में इस मामले की शिकायत की तो प्रशासन ने कम्पनी को कड़ी फटकार लगाई । इसके बाद आननफानन में निर्माण कम्पनी ने दुबारा से कार्य शुरू कर दिया। किसारी खड्ड के पास हवा में झूल रहे साइन बोर्ड को निर्माण कम्पनी ने आननफानन में हटा दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता नवनीत पाण्डेय के अनुसार इस समूचे प्रकरण को देखते हुए निर्माण कम्पनी को कार्य की गुणवत्ता के बारे में सख्त निर्देश दिये गए हैं। कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता सहन नहीं किया जाएगा।