आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह ने आयुर्वेदिक डॉक्टरों को एलोपैथी दवा लिखने का अधिकार दिए जाने का ऐलान किया है। मंत्री के इस बयान पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने नाराजगी जताते हुए कहा कि मिक्सोपैथी को बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सोमवार को आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि सरकारी आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में इमरजेंसी के समय आयुष डॉक्टर एलोपैथिक दवा लिख सकते हैं। अब आयुर्वेदिक चिकित्सक एलोपैथिक दवाइयां भी लिख सकेंगे। आयुष मंत्री के इस बयान पर आयुर्वेदिक डॉक्टरों ने खुशी जाहिर करते हुए इसे राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार बताया है। आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ के महासचिव, डॉ. हरदेव रावत ने मुख्यमंत्री व आयुष मंत्री का आभार व्यक्त किया है।
वहीं, आयुष मंत्री के इस बयान के बाद एलोपैथी और आयुर्वेदिक डॉकटर एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। आईएमए के प्रदेश महासचिव डॉ. अजय खन्ना ने आयुष मंत्री के इस बयान पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि आयुष मंत्री जानकारी के अभाव में ऐसा बयान दिया है और ऐसा संभव ही नहीं है। एलोपैथी डॉक्टर किसी भी सूरत में इसे सहन नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही योग गुरू बाबा रामदेव और आईएमए के बीच विवाद हुआ है। दरअसल बाबा रामदेव ने ऐलोपैथ चिकित्सा प्रणाली पर बयान दे सवाल खड़े किये थे। राज्य सरकार के इस फैसले के बाद अब इस विवाद के दोबारा गर्म होने के पूरे आसार हैं।