उत्तराखंड में कोरोना वायरस (कोविड 19) संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा आज एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इसके अनुसार आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथी विभाग में कार्यरत समस्त चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टाफ को अस्थाई तौर पर चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
सचिव (स्वास्थ्य) नितेश कुमार झा की ओर से जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि आयुष विभाग के समस्त चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ कोविड-19 संक्रमण के नियंत्रण हेतु स्वास्थ्य विभाग के साथ कार्य करेंगे। इस अवधि में यह कामकाज में जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को रिपोर्ट करेंगे। कोविड-19 संक्रमण पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 27423 कार्मिकों को प्रशिक्षित एवं तैयार कर लिया गया है, जिसमें 1311 चिकित्सक, 862 स्टाफ नर्स, 154 लैब टेक्नीशियन तथा 154 एंबुलेंस स्टाफ सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त 10021 आशा कार्यकर्ताओं को भी प्रशिक्षण दिया गया है।
सरकार द्वारा राज्य के सभी ब्लड बैंकों में रक्त की आपूर्ति बनाए रखने के लिए स्वैच्छिक रक्त दाताओं को रक्तदान के लिए लॉक डाउन के दौरान छूट प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। इस कार्य के लिए स्वैच्छिक रक्त दाताओं को संबंधित ब्लड बैंक द्वारा रक्तदाता नियुक्ति पत्र जारी किया जाएगा। राज्य नियंत्रण कक्ष कोविड-19 से प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में 53 क्वारंटाइन फैसिलिटी तैयार कर ली गई हैं, जिसमें 1511 बेड उपलब्ध कराए गए हैं।
हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज की लैब से प्राप्त सैंपल जांच रिपोर्ट के अनुसार 30 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई है। आज विभिन्न अस्पतालों से 40 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। कोविड-19 संक्रमण के पॉजिटिव केस के मामले में विभाग द्वारा कान्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है ताकि पॉजिटिव केस के संपर्क में आए हुए सभी व्यक्ति की जांच की जा सके। कान्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सेटेलाइट कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। इनके माध्यम से संपर्क में आए हुए व्यक्तियों की जानकारी जुटाई जा सकेगी।