उत्तराखंड कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर राज्य के प्रवासी लोगों को घर भेजने पर भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश के बाहर उलझन में राज्य के लोगों की चिंता छोड़ चहेतों को खुश करने के काम में सरकार मशगूल है। यही कारण है कि एक अन्य प्रदेश के विधायक को लाव लश्कर के साथ बदरीनाथ जाने की इजाजत दी गई। सरकार की यह नीति लाक डाउन नीति की मजाक बनाने जैसी है। सरकार अगर नहीं मानी तो कांग्रेस बाध्य होकर सांकेतिक उपवास पर बैठेगी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सोमवार को जारी बयान में इस मुद्दे पर त्रिवेन्द्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि राज्य के अंदर बंदी में फंसे लोग घरवापसी को तरस रहे हैं और कुछ माननीयों को खुली छूट दी जा रही है। सरकार यहां को लोगों को एक-दूसरे जिले में वापसी पर आनाकानी कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार को अपने लोगों की चिंता छोड़ गुजरात के लोगों की सबसे पहले याद आई। इसका नतीजा यह हुआ कि राज्य में फंसे उत्तराखंडी भाइयों-बहनों की मुश्किलें और बढ़ती गईं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने रवैया नहीं बदला तो वह गांधी पार्क में सांकेतिक उपवास पर बैठेंगे।