गोपेश्वर। बदरीनाथ हाइवे दूसरे दिन भी लामबगड में बाधित रहा यहां रविवार की सुबह लामबगड नाला उफान पर आया गया था और 20 मीटर से अधिक सड़क बह गई थी। जिसे खोलने की कोशिश का दावा प्रशासन ने किया था, मगर सोमवार को भी हाईवे नहीं खुल पाया। उधर सरहद की एक सड़क जो बोर्डर एरिया को जोडती है वह भी चौथे दिन भी नहीं खुल पाई जिससे को सरहद तक सामाग्री पहुंचने में परेशानी हो रही है। इधर 25 ग्रामीण सड़कें भी नहीं खुल पायी।
चमोली जिले में लगातार वर्षा टौर भूस्खलन परेशानी का सबब बना है।बदरीनाथ हाइवे लामबगड में बंद था जो दूसरे दिन भी नहीं खुल पाया।
रविवार की सुबह से लेकर सोमवार तक बेनाकुली, हनुमानचट्टी में हाइवे बाधित रहा। इधर नीती मलारी मोटर मार्ग से जुडे सरहदी गांव व सीमा चैकिंयो तक रसद नहीं पहुंच पा रही है। मार्ग बाधित होने न तो सेना के वाहन चल पा रहे और ना ही सवारी वाहन चल पा रहे है। यह मार्ग सलधार के पास बंद पडी है। आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोरी जोशी ने बताया कि मार्ग कोखोलने का प्रयास किया जा रहा है। 25 ग्रामीण सडकों पर भी आया है मलवा आवागमन के लिए ठपसात बडे पुल और 22 जिला पंचायत पुल पुलिया बाधितनंदाकिनी का जलस्तर बढा है परंतु खतरे के निशान से नीचे बह रही है। जिले में रविवार की रात्रि को सबसे ज्यादा बारिश 37 एमएम घाट क्षेत्र में रिकार्ड की गई। जहां से नंदाकिनी बहती है।