बदरीनाथ: कुर्म धारा में बह रहा सीवरेज का पानी

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गोपेश्वर। बदरीनाथ मंदिर के निकट पवित्र कुर्म धारा में सीवरेज के पानी आने से धारा का जल अपवित्र होने की शिकायत पर नगर पालिका ने संकेत पट्टिका लगाकर जल को पीने से मना कर दिया है। वहीं उपजिलाधिकारी जोशीमठ ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई को निर्देश किया कि वह तुरंत उचित व्यवस्था करें। वर्तमान में ईकाई ने सीवरेज को दूसरी तरफ परिवर्तित कर दिया है। साथ इस धारा के जल को उपयोग न लाने की सलाह दी है।
बदरीनाथ मंदिर के निकट पंचधारा है जिनमें एक कुर्मधारा भी है। इसके जल को चरणामृत के रूप में भी दिया जाता है। शिकायत मिली कि इस धारा में सीवरेज का पानी बह रहा है। बदरीनाथ के जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता सूर्यप्रकाश टोडरिया समेत कई लोगों ने प्रशासन, सीवरेज निर्माण संस्था गंगा प्रदूषण ईकाई के समक्ष इस अव्यवस्था को रखा। नगर पंचांयत बदरीनाथ ने भी वस्तुस्थिति जानी और यहां पर पट्टिका लगाई कि इस धारा का पानी न पीयें। बदरीनाथ में हजारों तीर्थ यात्री आते है और इस धारा तक भी पहुंचते है। उप जिलाधिकारी जोशीमठ योगेंद्र सिंह को इस के बारे में बताया गया तो उन्होंने तुरंत गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अधिकारियों को बुला कर व्यवस्था ठीक करने के निर्देश दिए।
क्या है समस्या
दरअसल जिस आवादी क्षेत्र में कुर्मधारा है। उस क्षेत्र में सीवरेज लाइन 50 वर्ष पूरानी है जो अब जर्जर हो गई है। उप जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह कहते है कि अधिक जनसंख्या होने के कारण और शौचालय इत्यादि उपयोग के कारण यह सीवरेज और अधिक खराब हो गया है। सीवरेज व्यवस्था को ठीक तब किया जाएगा जब एसटीपी टेंक बनेगा। कपाट बंद होने के बाद नवंबर में एसटीपी टेंक निर्माण कार्य शुरू होगा। फिलहाल अस्थायी व्यवस्था की गई है। धारा के निकट सीवरेज लाईन न गुजरे।