हरिद्वार। बीएचईएल हरिद्वार ने पूरी तरह स्वदेश में निर्मित 800 मेगावाट सुपर क्रिटिकल जनरेटर का सफल उत्पादन कर फिर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस जनरेटर की आपूर्ति आंध्र प्रदेश पावर जनरेशन कार्पोरेशन के विजयवाड़ा थर्मल पावर प्रोजेक्ट के लिए की गयी है। एपीजेंको के चीफ इंजीनियर (ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट एंड कंस्ट्रक्शन) एमवीवी सत्यनारायणा तथा चीफ इंजीनियर (टीपीसी) कृपा सागर ने आज हरी झंडी दिखाकर जनरेटर को रवाना किया।
सत्यनारायणा एवं सागर ने बीएचईएल के इस योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए हीप के सभी कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। महाप्रबन्धक (ईएम) एके साहा ने कहा कि यह संस्थान के सभी कर्मचारियों की कड़ी मेहनत एवं लगन का नतीजा है।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए महाप्रबन्धक (प्रभारी) हीप संजय गुलाटी ने भी अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया कार्यक्रम की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि सुपर क्रिटिकल जनरेटर के निर्माण में उच्च तकनीकी दक्षता तथा कौशल जरूरी होता है और इस जनरेटर का सफलतापूर्वक निर्माण कर बीएचईएल हरिद्वार ने इसे साबित कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि यह जनरेटर सबसे अधिक वोल्टेज 27 केवी पर विद्युत उत्पादन करता है। अति आधुनिक तकनीक से निर्मित इस जनरेटर में कॉपर की जगह स्टील के हॉलो कण्डक्टर्स का प्रयोग किया गया है। इसका डिजाइन, निर्माण तथा टेस्टिंग का काम पूरी तरह से हरिद्वार इकाई में ही किया गया है। इसके ट्रांसपोर्टेशन के लिये विशेष चौड़ाई वाले 24 एक्सल के ट्रेलर का प्रयोग किया गया है। यह ट्रांसपोर्टेशन मल्टी माडल विधि से किया जाएगा जिसमें सड़क व जल मार्ग दोनों शामिल हैं।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (सीडीएक्स एवं वाणिज्य) आईजेएस सन्धू, महाप्रबंधक (ईएम-प्रोडक्शन) विवेक कुमार, अनेक महाप्रबंधक, यूनियन एवं एसोसिएशन के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।