(देहरादून)। कांग्रेस द्वारा शनिवार को किए गए प्रदर्शन को भाजपा ने राजनीतिक बौखलाहट बताया है और कहा कि शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा को कांग्रेस के शासन काल में सेवा समाप्ति का नोटिस दिया गया था।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रमुख डा देवेंद्र भसीन ने जारी एक बयान में कहा कि शिक्षिका प्रकरण को लेकर कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री का पुतला जलाया जाना निंदनीय है। वास्तव में कांग्रेस राजनीतिक तौर पर बौखलाई हुई है और उसके अंदर भी संघर्ष चल रहा है। उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में भाजपा की सरकार जिस तरह श्रेष्ठ कार्य कर रही है उससे कांग्रेस परेशान है। भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ की जा रही कार्यवाही से भी कांग्रेस नेता चिंता में हैं। क्योंकि इस जांच की तपश कांग्रेस नेताओं तक पहुंच रही है। ऐसे में कांग्रेस कोई बहना लेकर सरकार के ख़िलाफ़ भ्रम फैलाने का प्रयास करती रहती है ।
उन्होंने कहा निलम्बित शिक्षिका को स्कूल से लगातार अनुपस्थित रहने पर कांग्रेस शासन के समय 24.9.2016. को सेवा समाप्ति का नोटिस दिया गया था। कांग्रेस नेता यदि निराशा में ग़लत आरोप लगा कर नियमों के उल्लंघन, अभद्रता व अपशब्दों के प्रयोग को सही मानते हैं तो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है। ड़ा भसीन ने कहा कि मामला नियम व प्रशासनिक है न कि महिला अपमान का। घटना के दिन मुख्यमंत्री के जनतादर्शन कार्यक्रम में पचास से अधिक अन्य महिलायें भी अपनी समस्याओं को लेकर आई थीं। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं को सुना व समाधान के लिये आदेश दिए। ये सभी महिलायें संतुष्ट थी। केवल यही मामला इसलिए दूसरा रूप ले गया क्योंकि इन शिक्षिका ने अभद्र व्यवहार किया। इस पर भी विभाग महिला के स्थानांतरण आवेदन पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह कांग्रेस इस मामले पर सक्रिय हो गई है और सोशल मीडिया पर शिक्षिका की 27 जून की एक पोस्ट सामने आई है उससे इस प्रकरण में साज़िश की सम्भावना भी सामने आ रही है।