भाजपा पार्षद के हत्यारों का सुराग नहीं , कार की नंबर प्लेट निकली फर्जी

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पार्षद
 पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी पार्षद प्रकाश धामी के हत्यारों की तलाश में सारा जोर लगा दिया हैं। मगर अब तक उसे सफलता हाथ नहीं लगी है। वारदात में प्रयुक्त सफेद रंग की आई 20 कार की नंबर प्लेट फर्जी निकलने से पुलिस जांच को फिलहाल झटका लगा है। उल्लेखनीय है कि धामी को सोमवार सुबह गोलियों से भून दिया गया।
हालांकि भाजपा नेता धामी के तीन कातिल सीसीटीवी में कैद हो गए हैं। मगर उनकी पहचाम अभी नहीं हो सकी है । माना जा रहा है कि शूटर भाड़े के हो सकते हैं । पुलिस की आधा दर्जन टीमें जांच कर रही हैं। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर हत्या में इस्तेमाल की गई सफेद रंग की आई 20 कार का फुटेज मिला। इस पर नैनीताल जिले का नंबर था । पुलिस ने परिवहन विभाग से कार स्वामी का पता लगाया। यह कार हल्द्वानी के एक व्यक्ति के नाम पंजीकृत है। पुलिस ने  कार स्वामी को हिरासत में लिया है ।
पुलिस का कहना है कि कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई है । कार चोरी की हो सकती है। कार सवार हत्यारे किच्छा की ओर भागे थे। इसलिए टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि प्रकाश धामी को छतरपुर मटकोटा के कुछ लोगों से बड़ी रकम लेनी थी। इसे  लेकर विवाद था। इस मसले पर पंचायत भी होनी थी। इसके अलावा किच्छा क्षेत्र में भी कुछ लोगों से उनकी  हाल में कहासुनी हुई थी । पुलिस का कहना है कि हत्या की वजह पुरानी रंजिश भी हो सकती है। हत्याकांड में धामी का कोई पूर्व परिचित भी शामिल हो सकता है, क्योंकि धामी आमतौर पर किसी परिचित के आने पर ही घर से बाहर निकलते थे। हमलावरों ने किसी कागज पर हस्ताक्षर कराने एवं मुहर लगवाने के बहाने उन्हें घर से बाहर बुलाया था । एसपी (सिटी) देवेंद्र पिंचा ने बताया कि आधा दर्जन टीमें जांच कर रही हैं ।
इस हत्याकांड से भाजपा नेताओं में आक्रोश है।  पोस्टमार्टम हाउस पर भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, विधायक राजकुमार ठुकराल, पार्षद प्रमोद शर्मा, संजय ठुकराल, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा आदि पहुंचे। शिव अरोरा ने कहा है कि हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए। उधर, परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पड़ोसियों का कहना है कि दबंग छवि के धामी ने शादी के बाद अपने व्यवहार में आमूल-चूल परिवर्तन किया था। वह झगड़ों से दूर रहने लगे थे ।