सीएए पर समर्थन के लिए भाजपा की प्रदेश भर में ताबडतोड कार्यक्रम

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देश में हो रहे सीएए के भारी विरोध के बाद भाजपा सरकार ने भी आक्रामक रुख अख्तियार कर सीएए पर तबतोड़ प्रेस कांफ्रेंस औऱ रैलिया करने का कार्यक्रम बनाया है। जिस पर भाजपा के कई दिग्गज नेता अलग-अलग स्थानों पर पहले प्रेस कांफ्रेंस के जरिये जनता तक इस एक्ट की जानकारियां लोगोM तक पहुँचाएगी साथ ही सीएए के समर्थन मे बीजेपी का जनजागरण अभियान जारी कर दिया है। इसी कड़ी में आज राजधानी देहरादून में हिमांचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रेसवार्ता की और सीएए औऱ मोदी सरकार के कामकाज पर भी बात की।

नागरिकता संशोधन बिल पर मचे घमासान के बीच भाजपा ने भी अपना जन जागरण अभियान तेज कर दिया है। अपने जनजागरण कार्यक्रमोM के जरिये भाजपा लोगो से इस बिल के सर्मथन की कोशिश में जुट गई है जिसमे सबसे पहले प्रेस के माध्यम से लोगों को इस एक्ट के बारे में जानकारी दी जायेगी, उसके बाद भाजपा की अनेक रैलिया इस बिल के समर्थन में आयोजित होने के कार्यक्रम है। फिर जिला स्तर पर भाजपा के पदाधिकारी औऱ कार्यकर्ता अपने जिलो में जाकर इस एक्ट के बारे में जानकारी देंगे औऱ इस बिल औऱ मोदी सरकार के लिए सर्मथन जुटाएंगे। आज इसी कड़ी में हिमांचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राजधानी देहरादून में प्रेस कांफ्रेंस की जिसके बाद अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा चंपावत में प्रेसवार्ता करेंगे तो वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत उधमसिंहनगर में पत्रकार वार्ता करेंगे वही शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे टिहरी,कृषि मंत्री सुबोध उनियाल पौड़ी, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत रुद्रप्रयाग, महिला कल्याण राज्यमंत्री रेखा आर्य बागेश्वर, विधायक बलवंत सिंह भोरियाल चमोली तो कल एचआरडी मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक हल्द्वानी औऱ कल ही प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अजय भट्ट हरिद्वार में प्रेसवार्ता करेंगे।

आज हिमांचल के मुख्यमंत्री सीएए को लेकर अपने बात रखी और कहा भारत के लिए देश और दुनिया का नजरिया बदल रहा है।आगे भी देश को मोदी जैसे ही प्रतिनिधत्व की जरूरत है, अपने दूसरे कार्यकाल में उन्होंने काफी जटील समस्याओं का समाधान किया है, चाहे राम जन्मभूमि हो, तीन तलाक हो, धारा 370, 35 ए का मामला हो,लेकिन आज एक जरूरी बिल पर देश की जनता को गुमराह किया जा रहा है। देश को अनेक समस्याओं से आजादी चाहिए थी उसके लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।आजादी के बाद जो लोग जहां रहना चाहते थे, वहा रहने लगे,क्योकि इस विभाजन की जिम्मेदारी पूरी तरह कांग्रेस की है,देश के विभाजन की जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी की रही है।उस समय नेहरू और लियाकत अली के बीच समझौता हुआ कि जो भारतीय जहां रहना चाहे वो वहां रहे, जब भारत लौटना चाहे उन्हें आने दिया जाएं।