राज्य स्थापना दिवस सप्ताह की श्रृंखला में शुक्रवार को राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर मसूरी में फिल्म कान्क्लेव का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की पहल पर मसूरी में फिल्म कॉनक्लेव का आयोजन हो रहा है। फिल्म कॉनक्लेव का उद्घाटन केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एवं मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
फिल्म कॉनक्लेव में तीन सत्र मुख्य रूप रहे, जिन पर बॉलीवुड व फिल्म जगत से जुड़े विशेषज्ञों द्वारा हिस्सा लिया गया। फिल्म कॉनक्लेव में बॉलीवुड से कई नामी हस्तियों ने हिस्सा लिया। इनमें सुभाष घई, नारायण सिंह, तिग्मांशु धूलिया, विशाल भारद्वाज, रेखा विशाल भारद्वाज, मुजफ्फर अली, सुश्री वनिशा वालिया, जैकी भगनानी, तारान आकाश, आसिफ मर्चेंट, रवि वालिया, सोहेल मकलाई, कनिष्का नांडे, कुलमीत मक्कड़, सौरभ मिश्रा, मनीष रामचन्द्र शेडगे, बी.के.सामंत, नेलसन आनन्द दास, रूप दुर्गापाल आदि फिल्म निर्माता-निर्देशक शामिल हैं।
राज्य सरकार की तरफ से बताया गया कि राज्य में फिल्मों की शूटिंग के लिए बेहतर माहौल बनाया गया है। जिसका नतीजा है कि उत्तराखण्ड को साल 2018 के लिए 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत मोस्ट फिल्म फ्रैन्डली स्टेट का प्रथम पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। इससे पहले भी साल 2017 में उत्तराखण्ड को पुरस्कृत किया गया है।
इस मौके पर कैंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने राष्ट्रीय सिनेमा के साथ साथ स्तानीय सिनेमा और कलाकारों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होने कहा कि आज के डिजिटल जमाने में स्थानीय कंटेंट को भी पूरी जगह मिलनी चाहिये।
राज्य सरकार द्वारा फिल्म नीति 2019 लागू की गई। पिछले एक साल में राज्य में 200 से अधिक फिल्मों, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग की गई है। इनमे बत्ती गुल मीटर चालू, परमाणु, बाटला हाउस, कबीर, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, स्टूडेंट ऑफ द इयर, डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित होने वाला कार्यक्रम आदि कई बड़े नाम भी शामिल है। नई फिल्म नीति में रुपये 1.5 करोड़ तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। इसके साथ ही शूटिंग अवधि में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना भी शामिल है। इस फिल्म कॉनक्लेव का मुख्य उद्देश्य राज्य की फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाने के साथ ही राज्य में अधिक से अधिक फिल्मों को शूटिंग के लिए आमंत्रित करना था।
मीडिया से बात करते हुए जैकी भगनानी ने कहा कि “उत्तराखंड में हर तरफ शूटिंग के लिये बेहतरीन लोकेशन हैं। हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दिये गये सुझावों को जल्द से जल्द किसी रूप में लागू किया जायेगा।”