84 के हुए बॉलीवुड के सॉफ्ट हार्टिड खलनायक प्रेम चोपड़ा

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मशहूर अभिनेता प्रेम चोपड़ा बॉलीवुड के फेमस विलेन में से एक है। उन्होंने बॉलीवुड में 59  साल विलेन बनकर राज किया और वह मकाम हासिल किया जिसकी ख्वाहिश हर अभिनेता करता है। प्रेम चोपड़ा का जन्म 23 सितम्बर,1935 को लाहौर में हुआ था। 1947 में भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद प्रेम अपने परिवार के साथ शिमला आ गए। प्रेम की प्रारंभिक शिक्षा शिमला में ही हुई।
इसके बाद स्नातक की पढ़ाई उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से की। इस दौरान प्रेम का झुकाव अभिनय की तरफ हुआ और वह कॉलेज के नाटकों में अभिनय करने लगे। पढ़ाई पूरी करने के बाद अभिनेता बनने का सपना लिए प्रेम मुंबई आ गए। यह आने के बाद प्रेम का फिल्मी दुनिया में कदम रखना आसान नहीं था। यहां आने के बाद वह दिन -रात निर्देशकों के ऑफिस के चक्कर लगाने लगे।
इस दौरान उन्होंने अख़बार बेचने का काम शुरू किया। उन्होंने ‘टाइम्स ऑफ इण्डिया’ के सर्कुलेशन के रूप में भी काम किया। लम्बे संघर्ष के बाद उन्हें 1960 में आई  फिल्म ‘मुड़-मुड़ के ना देख’ में काम करने का मौका मिला।  यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई। इसके बाद प्रेम को पंजाबी फिल्म ‘चौधरी कर्नल सिंह’ में काम करने का मौका मिला। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही।
1960 में प्रेम चोपड़ा की फिल्म ‘वो कौन थी’ आई। प्रेम इस फिल्म में खलनायक की भूमिका  में नजर आये। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और प्रेम को कई फिल्मो के ऑफर मिलने लगे। उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों में दमदार अभिनय किया । जिनमें ‘हम हिंदुस्तानी, शहीद, मेरा साया, प्रेम पुजारी, पूरब और पश्चिम,आंसू बने अंगारे,फूल बने अंगारे,जाने भी दो यारों शामिल हैं। फिल्मों में उनके खलनायक की भूमिका को दर्शकों ने खूब पसंद किया है। 1969 में प्रेम ने उमा चोपड़ा से शादी कर ली। प्रेम चोपड़ा इन दिनों फिल्मों से दूर है,लेकिन उनकी फिल्मों के कुछ डायलॉग्स आज भी लोगों की जुबान पर अक्सर आ जाते है।
बॉलीवुड के मशहूर विलेन के रूप में पहचान बना चुके प्रेम चोपड़ा की फिल्मों का डायलॉग  प्रेम नाम है मेरा…प्रेम चोपड़ा (बॉबी),जिनके घर शीशे के बने होते हैं, वो बत्ती बुझाकर कपड़े बदलते हैं (सौतन), राजनीति की भैंस के लिए दौलत की लाठी की जरूरत होती है (खिलाड़ी), मैं वो बला हूं, जो शीशे से पत्थर को तोड़ता हूं (सौतन), मैं जो आग लगाता हूं उसे बुझाना भी जानता हूं (कटी पतंग) जैसे डायलॉग काफी मशहूर हुए। पर्दें पर अपने किरदार को जीवंत रूप देने वाले  प्रेम चोपड़ा आज 84 साल के हो गए। वह आखिरी बार 2019 में आई फिल्म रंगीला राजा में नजर आये थे।