हरिद्वार। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रामनरेश यादव ने कहा है कि उत्तराखण्ड की डलब इंजन वाली सरकार के दोनों इंजन फेल हो गए हैं और राज्य कर्जे के बोझ से कंगाली के कगार पर है। भाजपा विकास कार्यों को छोड़कर व्यर्थ के मुद्दों में जनता का ध्यान भटकता रही हैं। इस नए राज्य का सृजन सुदूरवर्ती पर्वतीय क्षेत्रों के विकास के लिए हुआ था लेकिन यहां के राजनेता और ब्यूरोक्रेट्स मैदानी क्षेत्रों के वातानुकूलित भवनों से सत्ता सुख का आनन्द ले रहे हैं और पहाड़ की जनता पलायन कर घरों से बेघर होने पर मजबूर हैं।
बुधवार को प्रेस को जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि यहां की सत्ता पर बारी-बारी से काबिज रहे नेता अवैध खनन और शराब के कारोबार से मालामाल हो रहे हैं तो ब्यूरोक्रेट्स राजस्व को चपत लगाकर आकण्ठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए है इसीलिए किसी भी सरकारी भ्रष्टाचार की जांच नहीं होती क्योंकि राजनेता और ब्यूरोक्रेसी दोनों में बंदरबांट हो रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 74 का घोटाला इसका जीता जागता प्रमाण है जिसमें भ्रष्टाचार के बंदरबांट का भण्डाफोड़ हुआ है। राज्य की माली हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए सपा नेता ने कहा कि राज्य सरकार कर्जे पर कर्जा लिए जा रही है इसी वर्ष जून-जुलाई में सरकार ने 300-300 करोड़ की दो किश्ते कर्जों के रुप में लेकर अपने कर्मचारियों के वेतन भत्ते एवं पेंशन इत्यादि का भुगतान किया है और वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक यह कर्जा और बढ़ सकता है।