टोक्यो ओलंपिक में देश का नाम ऊंचा करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी वन्दना कटारिया उत्तराखण्ड में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ब्रांड एंबेसडर होंगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीलू रौतेली पुरस्कार कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होते हुए यह घोषणा की। उन्होंने मातृ शक्ति को नमन करते हुए कहा कि कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। वंदना कटारिया ने देश के साथ राज्य का नाम रोशन किया है। ऐसे अन्य राज्य के खिलाड़ियों को आगे आने के लिए सरकार बेहतर मौका देने के लिए कार्य करेगी। इस मौके पर खिलाड़ी वन्दना कटारिया सहित 22 महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में हर क्षेत्र में मातृ शक्ति की बड़ी भूमिका रही है। उत्तराखण्ड अलग राज्य निर्माण की मांग के लिए महिलाओं ने अहम भूमिका निभाई। जो लोग सीमित संसाधन होने पर बड़ी उपलब्धि हासिल करते हैं, उनकी अलग ख्याति होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जीवन सामान्य परिस्थितियों में बीता, लेकिन आज उनकी कार्यशैली से भारत को वैश्विक पटल पर एक अलग पहचान मिली है। आज देश हर क्षेत्र में तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने अपने बचपन के संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि प्रारम्भिक शिक्षा के दौरान हम भी तख्ती (पाटी) पर लिखते थे। आज केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण की दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि मातृ शक्ति को इन योजना का लाभ मिला। राज्य में मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना चलाई जा रही है।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि तीलू रौतेली ने जिस वीरता का परिचय दिया, आज यह हमारे सामने एक इतिहास है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पिताजी ने आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए अपनी जमीन दान दी थी।