मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से गत दो सप्ताह से कुंड में पुल के आधार स्तंभ के बोल्डर और पुश्ता उखड़ने से चार पहिया वाहनों का आवाजाही बाधित है। हालांकि दाेपहिया वाहनों के लिए मार्ग खुला है।
केदार घाटी में लगातार हो रही मूसलाधार बरसात के चलते कई स्थानों पर मोटर मार्ग खिसक जाने से यातायात प्रभावित है। सबसे बड़ी समस्या तो तब आई जब कुंड में पुल के एक साइड के आधार स्तंभ के पत्थर निकल गए। इससे लगभग पांच मीटर स्थान रिक्त हो गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मार्ग को चार पहिया वाहनों के लिए अवरोधित किया गया है। लगातार हो रही बरसात के कारण अभी मरम्मत कार्य नहीं किया जा सकता है।
मार्ग बंद हाेने से गुप्तकाशी-चुन्नी बैंड मार्ग से चार पहिया वाहनों को आवाजाही करनी पड़ रही है। गुप्तकाशी से चुन्नी बैंड के बीच वाहनों का इतना दबाव है कि आए दिन कई घंटे जाम की स्थिति देखने को मिल रही है। इस कारण लोगों को अपनी मंजिल तक पहुंचने में तय समय से अधिक समय लग रहा है।
कुंड पुल के साथ कुंड से लगभग चार सौ मीटर आगे मंदाकिनी नदी के तट पर लगभग 20 मीटर नवनिर्मित पुश्ता भी क्षतिग्रस्त है। ऐसे में यह मार्ग भी कभी भी खिसक सकता है। हालांकि ऊपर से दिखने में मोटर मार्ग बेहतरीन दिख रहा है, लेकिन नीचे से खोखला है। कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। कुंड-गुप्तकाशी मोटर मार्ग पर काली मठ गेट के निकट मार्ग का 20 मीटर हिस्सा जमींदोज होने से यह मार्ग भी जानलेवा बना हुआ है। वहीं एनएच के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह ने कहा कि बरसाती मौसम में कार्य करना कठिन है। बारिश थमने पर उक्त सभी मार्गों का मरम्मत किया जाएगा।