इस दीपावली देहरादून के बाज़ारों में अर्शलीन क्रियेशन के दियो की धूम मची हुई है, ये दिये अर्शलीन की कला की उपज हैं और इन्हें उनके बाक़ी प्रॉडक्ट की तरह कबाड़े में फेंके गये मिट्टी के कुल्हड़ों से बनाया गया है।
इसके बारे में बताते हुए वो कहती हैं कि “ मैं इसके लिये अपने भाई की शुक्रगुज़ार हूँ। वो मुझे एक दिन घंटाघर पर मौजूद चाय की दुकान पर ले गया जहां चाय मिट्टी के कुल्हड़ों में दी जाती है। उस दुकान के आसपास सैंकड़ों मिट्टी के कुल्हड़ इस्तेमाल के बाद फैंके गये थे, इन्हीं को देखकर मुझे इन्हें दोबारा इसेतेॉाल में लाना का आईडिया आया।”
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इसके लिये अर्शलीन ने आने वाले दिनों में अपने खुद के डस्टबिन वहाँ रखकर कुल्हड़ जमा करने शुरू कर दिये। उसके इस कदम को सोशल मीडिया पर देखकर गोली एंड फ़ूड जंक्शन नाम के रोस्ट्रॉ ने उससे संपर्क कर अपने यहाँ के मिट्टी के बर्तनों को भी नया रूप देने की बात की।
मोम और बत्ती से इन बेकार हो चुके कुल्हड़ों को अर्शलीन ऊन या क्विंटल से सजाकर दिवाली के लिये मनमोहक दियों का रूप देती है। इसके अलावा वो अलग अलग तरह के डिज़ाइन पर भी काम कर रही है।
इन दियों के जोड़े की क़ीमत 199 रुपये से लेकर 300 रुपये तक है। अर्शलीन ने न केवल इन दियों को बल्कि डिलेवरी में इस्तेमाल होने वाली पैकिंग को भी ईको फ्रेंडल बनाया है। वो कहती हैं “इन दियों को रैंक करने के लिये मैं केले के पत्तों का इस्तेमाल करती हूँ ताकी ये पर्यावरण को नुक़सान न पहुँचाये। मेरा मूल मंत्र है लेट्स पैर इट ग्रीन।”
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अपनी इस कला और आईडिया के बारे में वो कहती हैं कि, “मुझे लगता है कि कबाड़ से ज़रूरत का सामान बनाने का ये आईडिया मुझे सही दिशा में ले जा रहा है। इस आईडिया को मिल रहे समर्थन से मैं काफ़ी उत्साहित हूँ। मुझे न केवल देहरादून बल्कि बैंगलोर तक से ऑर्डर आ रहे हैं।”
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Arshleenz_creation By Arshleen Kaur