उत्तराखंड में चार धाम यात्रा पर मानसून का असर पड़ना शुरू हो गया है मौसम द्वारा अगले कुछ दिनों खासकर 72 घंटे का अलर्टजारी किया गया है जिसमे पहाड़ी इलाको में बारिश की सम्भावनाओ को जताया गया है,इसको लेकर सभी विभागों को भी अर्लट रहने का आदेश दिया है। खासकर चारधाम की सड़को पर एक्टिव डेंजर जोन को चिहित कर बीआरओ ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है ,उत्तराखंड में चार धाम यात्रा पुरे जोर शोर से चल रही है ,मानसून की आहट ने यात्रा पार यात्रियों के माथे पर शिकन डाल दी है ,पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश अपने साथ लैंड स्लाइड का खतरा लेकर आती है, जिससे आवागमन पर खासा असर पड़ता है। यात्रा मार्गो पर यात्री बड़ी संख्या में यात्रा कर रहे है इसको देखते हुए बीआरओ ने दावा किया है चार धाम यात्रा मार्गो पर यात्रा को निर्बाध चलने दिए जाएगा जिसके लिए डेंजर जोन पर बीआरओ की टुकड़ी तैनात कर दी गयी है। चार धाम यात्रा के मार्ग को डबल लेंन करने की मांग लम्बे समय से उठ रही है , जिस पर केंद्र सरकार ने १२ हजार करोड़ का बजट पास कर दिया और इसके निर्माण के लिए 7 कंसल्टेंट को काम दिया गया ,लेकिन अभी भी इसके लिए यात्रियों को इंतज़ार करना पड़ेगा। वहीँ बीआरओ शिवालिक के चीफ इंजीनीर उमेश चाँद मेहता का कहना है की मानसून के दौरान किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए बीआरओ पूरी तरह से तैयार है। चार धाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए यात्रा मार्गो को दुरुस्त और डबल लेन बनाना सबसे जरुरी काम है बारिश पहाड़ो पर आफत लेकर आती है, जिससे मार्ग अवरुद्ध हो जाते है आने वाले दिनों में बीआरओ चार धाम यात्रा को बेहतर बनाने के लिए अपनी तैयारियों में जुट गया है