उच्च हिमालयी क्षेत्र मल्ला जोहार में पैदल रास्ते जानलेवा

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पिथौरागढ़, उच्च हिमालयी क्षेत्र मल्ला जोहार में पैदल रास्ते जानलेवा बन गए है। पैदल पुल इस बार ग्लेशियर के आने के बाद क्षतिग्रस्त हो गए जिनसे आर पार जाना अपनी जान को जोखिम में डालने जैसा है। फिलहाल अभी आवागमन कच्चे पुल व रास्तों से हो रहा है। पैदल पुल की मरम्मत नहीं हुई तो बरसात के बढ़ते ही मल्ला जोहार के चाईना बार्डर में रहने वाले बारह गांव के लोग अपने घरों में कैद होकर रह जाने को मजबूर हो जाएंगे।
भाजपा नेता जगत मर्तोलिया ने मिलम पैदल मार्ग की बदहाल हालातों को बयां करने वाले कुछ तस्वीर उपलब्ध कराई, उन्होंने कहा कि इस साल हिमालय क्षेत्र में रिकार्ड तोड़ बर्फ गिरी, हिम ग्लेशियरों के आने से पैदल रास्ते व पुल क्षतिग्रस्त हो गए थे। लोक निर्माण विभाग के डीडीहाट डीवीजन के पास इस क्षेत्र की जिम्मेदारी है।
भाजपा नेता मर्तोलिया ने लोनिवि डीडीहाट को निक्मापन व कमीशन का अड्डा करार दिया। उन्होंने कहा कि इन तस्वीरों को देखे तो साफ दिखता है कि लजू,गोंखा,लास्पा,पांछू नदी पर बने पक्के पुल हिम ऐवलांच आने से चलने लायक नहीं बचे है। इन नदियों में पानी के बढ़ते ही पुल बह जाएंगे। उन्होंने कहा कि लोनिवि को न इन लाखो रुपये के पुलो को बचाने की चिंता है न ही स्थानीय जनता, टूरिस्ट व सेना के जवानों की।
जगत मर्तोलिया ने लोनिवि के अधिक्षण अभियंता बीएन पांडे से मुलाकात कर ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में पैदल रास्तों व पुलो की मरमत के लिए बजट जारी नहीं हुआ तो लोनिवि डीडीहाट के कार्यालय में तालाबंदी  कर दी जाएगी। बताया की इसपर अभियंता बीएन पांडे ने जांच कराने की बात कही है।