चार धाम यात्रा के लिए नयी बसों के बेड़े को किया जा रहा तैयार

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ऋषिकेश, उत्तराखंड में आगामी चार धाम यात्रा की तैयारी शुरू हो गयी ,परिवहन विभाग चार धाम यात्रा को दुर्घटना मुक्त करने की दिशा में कड़े कदम उठाने जा रहा है, अब पहाड़ो पर यात्रा में जाने वाली गाडियों के टायरो की जाँच होगी नए टायर वाली गाड़ी को ही मिलेगा ग्रीन कार्ड और फिटनेस नियमो को पालन कर बसों को  पहाड़ी मार्ग पर यात्रा में  भेजा जायेगा।

उत्तराखंड के चार धाम बद्री-केदार -गंगोत्री -यमनोत्री की यात्रा को अब काफी कम समय बचा है इसी के चलते अब उत्तराखंड में आस्था की इस यात्रा के लिए तैयारी शुरू होने लगी है , चार धाम यात्रा में सबसे बड़ी चुनोती सड़क मार्ग पर दुर्घटना रोकना होता है जिस में हर साल बड़ी संख्या में कई लोग जान गवा बैठते है। पिछले अनुभव को देखते हुए संभागीय परिवन विभाग ने ग्रीन कार्ड के कड़े मानक बना दिए है, जिस के बाद ही गाड़िया चार धाम यात्रा में जा पायेगी।

वही यात्रा की तैयारी  में जुटे परिवहन स्वामी अपनी गाडियों को चार धाम यात्रा के लिए तैयार करने में जुटे है और उनका मानना है कि दुर्घटना  के लिए परिवहन विभाग की पहल का स्वागत करते है। इस बार की एआरटीओ अनीता चमोला ने बताया कि, “यात्रा दुर्घटना मुक्त करने की पहल करते हुए परिवहन विभाग ने एक अहम फैसला लिया है जिस के तहत  पहाड़ो पर जाने वाली सभी गाडियों के टायर नए होगे साथ ही रबड़ चडे टायरो की गाडियों को यात्रा में जाने की इजाजत नहीं मिलेगी। और सभी यात्री वाहनों को ग्रीन कार्ड बनाने होंगे ग्रीन कार्ड का शुल्क भारी वाहनों के लिए ₹600 मीडियम वाहन के लिए ₹400 और हल्के वाहन के लिए ₹200 विभाग ने रखा है।”

साथ ही परिवहन विभाग ने ग्रीन कार्ड के कुछ मानक भी तैयार किए हैं जो इस प्रकार है वाहन में आगे के दोनों टायर नए होने चाहिए, वाहन के वाइपर ठीक से काम करते हो, वाहन में फर्स्ट एड बॉक्स की व्यवस्था हो, अलायमेंट और इंजन की स्थिति मानक के अनुरूप हो, इंश्योरेंस और रजिस्ट्रेशन कागज पूरे हो तभी ग्रीन कार्ड बनेंगे और तभी यात्रा संभव हो सकेगी।

सालों से चारधाम यात्रा करा रही सयुक्त रोटेशन ने अपनी यात्रा बसों को हाईटेक करने के साथ-साथ आराम दायक भी बनाने जा रही है। इसके लिए परिवहन व्यवसायियों ने बसों की नयी खेप को तैयार करना शुरू कर दिया है, लेकिन बदती महंगाई ने सभी पार्ट्स और तेल की कीमतों को आसमान पर पहुचा दिया और यात्रियों को बेहतर सुविधा का दबाव भी वाहन स्वामियों पर आ गया है, जिस के चलते इस बार यात्रियों पर कुछ बोझ पड़ना लाजमी है। वाहन स्वामी अच्छी यात्रा की उम्मीद में अपनी तैयारी में जुट गए है। वहीँ दूसरी और इस बार यात्रा में बसों की कमी ना हो इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है इसके लिए विभाग कुमावं से अतिरिक्त बसे मंगाएगा।

चार धाम यात्रा अब कुछ ही दिनों का समय शेष रह गया है इसलिए  सरकारी तंत्र हरकत में आना शुरू हो गया है परिवहन विभाग उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को सुरक्षित बनाने की कवायद में लग गया है ग्रीन कार्ड मिलने पर ही अब गाड़िया यात्रा मार्ग पर जा पायेगी , जिस से यात्रा काल में एक्सीडेंट पर रोक लगेगी ।