(टिहरी) राज्य में पहली बार, देवलसारी गांव के निवासी 31 मई से 3 जून तक एक ‘तितली त्यौहार’ आयोजित करने की योजना बना रहे हैं ताकि टिहरी गढ़वाल क्षेत्र में तितलियों की विविधता को लोकप्रिय बनाया जा सके।
देवलसरी पर्यावरण संरक्षण समिति के सदस्य अरुण प्रसाद गौड़ जो इस फेस्टिवल के आयोजन में महत्तवपूर्ण भूमिका निभा रहें, ने कहा, “तिललियां देवदार के पेड़ से घिरे इस छोटे से गांव का एक अहम हिस्सा हैं। इस क्षेत्र में कोई भी उन सारी तितलियों में से कई किस्मों की तितलियां खोज सकता है, यहां के ग्रामीण यहां नियमित रूप से प्रकृति प्रेमियों के लिए ‘बटरफ्लाई वॉक’ का आयोजन करते हैं और विभिन्न प्रजातियों की पहचान करने और उनके बारे में जानकारी प्रदान करने में विशेषज्ञ हो चुके हैं।”
इस फेस्टिवल के अलग-अलग हिस्से होंगे, गांववाले बटरफ्लाई वॉचिंग और तितलियों की पहचान के साथ-साथ एक पेंटिंग वर्कशॉप भी आयोजित करेंगे। इसके अलावा, कई विशेषज्ञ भारतीय संस्कृति और विरासत में तितलियों पर लेक्चर देंगे।यह त्यौहार उन स्थानीय लोगों के अंदर एक आत्मनिर्भरता का सबक होगा जो अधिकारियों से किसी भी सहायता के बिना, योजना के लिए आगे आ गए हैं। हालांकि, इस क्षेत्र में कई गैर सरकारी संगठनों ने इस पहल में ग्रामीणों का साथ दिया है।
तितली ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष संजय सोंधी ने कहा, “तितलियां मई के अंत तक और जून की शुरुआत में क्षेत्र में सबसे ज्यादा सक्रिय होती हैं। यही कारण है कि हमने उस समय पर त्यौहार को आयोजित करने का फैसला किया है। इससे पहले, वार्षिक स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल में हमने एक हिस्से में बर्ड वॉक का आयोजन किया था। इस बार, यह फेस्टिवल तितलियों के बारे में होगा जिसमें सब कुछ केवल तितलियों पर ही केंद्रित होगा।“