ऋषिकेश, भाजपा नगर निकाय चुनाव में अपनी चुनावी जीत को लेकर अति उत्साहित हो रही है लेकिन मुनि की रेती क्षेत्र में अध्यक्ष पद पर दूसरे नंबर पर है निर्दलीय प्रत्याशी योगेश राणा ने मतगणना में धंधली का आरोप लगाया है। निर्दलय प्रत्याशी योगेश राणा का कहना था कि, “निर्वाचन आयोग के वेबसाइट में कुल मतदान 12782 है लेकिन जब मतगणना हुई तो 12885 वोट निकले तो 103 अधिक वोट कहाँ से आये?” वही निर्दलय प्रत्याशी ने स्थानीय विधायक सुबोध उनियाल पर इस धांधली का आरोप लग रहे है। साथ ही प्रत्याशी का कहना है कि, “अगर जल्द निर्वाचन आयोग जल्द जवाब नहीं देगे तो कोर्ट का दरवाजा खटकाया जाएगा , क्योंकि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करते हुए कैबिनेट मंत्री ने मत पेटी में गड़बड़ी करी है।”
साथ ही नरेंद्रनगर के पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने भी पालिका के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को जिताये जाने को लेकर बहुत बड़े स्तर पर धांधली होने का आरोप लगाया है, जिसकी शिकायत निर्वाचन आयोग में करने के उपरांत न्यायालय का दरवाजा खट- खटाये जाने की बात भी उन्होंने कही है। आरोप लगाते हुए कहा कि मुनिकीरेती नगर पालिका के लिए हुए चुनाव के दौरान चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मतदान के दिन मतदान का ब्योरा 12782 दिया गया था जो कि निर्वाचन आयोग की साइट पर भी उपलब्ध है। जबकि मतदान अभिकर्ता द्वारा भी उक्त संख्या 12782 का मिलान किया गया था लेकिन मतगणना निर्वाचन आयोग की साइट पर दिया गया ब्यौरा बूथों पर हुए मतदान के बाद 12885 दिखाया गया है जो बड़ी धांधली को स्प्ष्ट करता है उन्होंने आरोप लगाया है।
वही निर्दलीय प्रत्याशी योगेश राणा ने कहा कि, “मतगणना के दौरान की गई गणना मे मुझे हराया गया है जब कि जनता ने मुझे पूरा आर्शिवाद दिया है। जिसमें मै विजय रहा हूँ। योगेश राणा का आरोप था कि, “जीतने वाले प्रत्याशी को यह कैसे मालूम हो गया था कि वह जीत रहे हैं जिनके विजय होने के होर्डिंग पहले ही मुनिकीरेती क्षेत्र में दोपहर 2:00 बजे से पहले ही लगने शुरू हो गए थे, जबकि मतगणना का परिणाम शाम को घोषित किया गया?” यह भी एक चिंता का विषय है।
वहीँ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता रहे सुरेन्द्र कुडियाल ने कहा कि, “भाजपा ने मुनिकीरेती मे नगर पालिका के चुनाव मे लोकतंत्र की पूरी तरह से धज्जियां उडा दी है।” पत्रकार वार्ता में पूर्व ग्राम प्रधान सरस्वती जोशी, जिला पंचायत सदस्य निर्मला उनियाल सहित कई स्थानीय जनता उपस्थित थी।