सरकार पर भारी पड़ रही स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही

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देहरादून। स्वाइन फ्लू के उपचार में बरती जा रही कोताही अब ‘सरकार’ पर भारी पड़ गई है। सूबे के मुखिया को दवा और भाजपा के मंत्री समेत अन्य नेताओं को एहतियातन टेस्ट कराने की नौबत आ गई है। दिवंगत विधायक से ये लोग जब मिले तब यह पता भी नहीं था कि उन्हें स्वाइन फ्लू है। अब जब रिपोर्ट आई है, सरकार व संगठन भी अलर्ट मोड में हैं।

थराली विधायक मगलनाल की मौत स्वाइन फ्लू से होने की पुष्टि होने के बाद उनसे मिलने वाले वीवीआइपी के लिए भी एलर्ट जारी किया गया है। हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में उनके स्वास्थ्य का हाल जानने पहुंचे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत तक को निगरानी में रखा गया है। बुधवार को डॉक्टर ने उन्हें टेमी फ्लू दवा की पहली खुराक दी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दवा का पांच दिन तक कोर्स है। इस दौरान वह सघन निगरानी में रहेंगे। मुख्यमंत्री के फिजिशियन डॉ. एनएस बिष्ट ने बुधवार को जांच कर उन्हें दवा दी। सीएम के अलावा विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, मंत्री अरविंद पांडे, धन सिंह रावत, विधायक महेंद्र भट्ट, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी अस्पताल जाकर थराली विधायक की कुशलक्षेम पूछी थी। उस वक्त स्वाइन फ्लू की पुष्टि नहीं हुई थी, सो किसी ने एहतियात भी नहीं बरती। लेकिन अब यह सभी सकते में हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मंगलवार को ही वैक्सीन लगवा चुके हैं। मामला वीवीआईपी से जुड़ा होने के कारण स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। सीएमओ डॉ. वाईएस थपलियाल ने बताया सीएम को पांच दिनों तक दवा खाने को दी जाएगी। इसके अलावा अन्य लोगों को भी जांच की सलाह दी गई है।