केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर नियमों के विरुद्ध संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों के खिलाफ प्रशासन की ओर से लगातार कार्रवाई जारी है। अभी तक यात्रा मार्ग पर 131 घोड़े खच्चरों की मौत हो चुकी है और मार्ग पर बीमार घोड़े खच्चरों का संचालन करने वाले 9 घोड़ा खच्चर स्वामियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। इसके अलावा बिना लाइसेंस के संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों पर भी निगरानी टीम नजर बनाए हुए हैं।
केदारनाथ धाम की यात्रा इस बार सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है तो वहीं प्रशासन के सामने चुनौतियां भी खड़ी हो रही हैं। अभी तक पैदल यात्रा मार्ग पर 131 घोड़े खच्चरों की मौत हो चुकी है। घोड़े खच्चरों की मौत के पीछे जिम्मेदार पशु स्वामियों और संचालकों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। अभी तक 73 संचालकों के चालान हो चुके हैं, जबकि 339 घोड़े खच्चराें को अनफिट पाये जाने पर प्रतिबंधित किया गया है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि पैदल यात्रा मार्ग पर पशु पालन विभाग की टीम घायल एवं बीमार घोड़े-खच्चरों का नियमित उपचार कर रही है। अब तक 1662 घोड़े-खच्चरों का चिकित्सीय परीक्षण किया जा चुका है। पशु पालकों की लापरवाही के कारण 131 घोड़े-खच्चरों की मृत्यु अब तक हो चुकी है, जबकि 4,885 पशुओं का निरीक्षण किया जा चुका है। बिना लाइसेंस के घोडे-खच्चरों का संचालक करने वाले 73 पशु पालकों के चालान किए गए हैं। इसके अलावा 9 पशु स्वामियों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
डीएम ने बताया कि केदारनाथ यात्रा इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है। एक महीने में लगभग साढ़े पांच लाख यात्री भी बाबा के दर्शन कर चुके हैं, जो कि अब तक कि यात्रा में एक रिकॉर्ड है। पिछले कुछ दिनों से केदारनाथ आने वाले यात्रियों की लगातार हो रही मौतों में भी कमी आयी है। अभी तक धाम में 62 लोगों की मौत हो चुकी है।