आखिर क्या है बाबा राम रहीम पर चला मुकदमा

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डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बाबा राम रहीम के दोषी करार देते ही देश के कई राज्य जल रहे हैं। आईये जानते हैं कि क्या है वो मामले जिसके चलते राम रहीम को दोषी करार दिया गया।

  • 25 अगस्त, 2017: सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दिया।
  • 17 अगस्त, 2017: मामले की बहस खत्म हुई।
  • 25 जुलाई, 2017: कोर्ट ने रोज सुनवाई करने के निर्देश दिए ताकि केस जल्द निपट सके।
  • जून, 2017: डेरा प्रमुख ने विदेश जाने के लिए अपील दायर की तो कोर्ट ने रोक लगा दी।
  • जुलाई, 2016: केस के दौरान 52 गवाह पेश हुए। इनमें 15 प्रॉसिक्यूशन और 37 डिफेंस के थे।
  • 2011 से 2016: लंबा ट्रायल चला। डेरा मुखी की ओर से अपीलें दायर हुईं।
  • अगस्त, 2008: ट्रायल शुरू हुआ और डेरा मुखी के खिलाफ चार्ज तय किए गए।
  • जुलाई, 2007: सीबीआई ने अंबाला सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट फाइल की। यहां से केस पंचकूला शिफ्ट हो गया और बताया गया कि डेरे में 1999 और 2001 में कुछ और साध्वियों का भी यौन शोषण हुआ, लेकिन वे मिल नहीं सकीं।
  • दिसंबर, 2003: सीबीआई को जांच के निर्देश दिए गए। 2005-2006 के बीच में सतीश डागर ने इन्वेस्टिगेशन की और उस साध्वी को ढूंढा जिसका यौन शोषण हुआ था।
  • दिसंबर, 2002: सीबीआई ब्रांच ने राम रहीम पर धारा 376, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया।
  • मई 2002: लेटर के फैक्ट्स की जांच का जिम्मा सिरसा के सेशन जज को साैंपा गया।
  • अप्रैल, 2002ः पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट और तब के पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को एक साध्वी ने शिकायत भेजी।