सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 4 मई से, डेट शीट जारी

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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं 4 मई से शुरू होंगी। बोर्ड ने मंगलवार को दोनों कक्षाओं की समय-सारणी (डेटशीट) जारी कर दी। दसवीं कक्षा की परीक्षाएं 7 जून को समाप्त होंगी जबकि 12 वीं कक्षा की परीक्षाएं 11 जून को समाप्त होंगी। विषयों की  प्रायोगिक (प्रैक्टिकल) परीक्षाएं 1 मार्च से शुरू होंगी।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने आज यहां पर 4 मई से शुरू होने वाली परीक्षाओं का कार्यक्रम घोषित किया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण सरकार को लगभग 10 महीने स्कूल बंद रखने पड़े, जिसके कारण शिक्षा मंत्रालय ने इस वर्ष बोर्ड परीक्षाएं 4 मई से 11 जून के बीच आयोजित करने का निर्णय लिया। हालांकि प्रैक्टिकल परीक्षाएं मार्च में ही करवाई जाएंगी। इसके अलावा सभी छात्रों के उच्च शिक्षा में प्रवेश को ध्यान में रखते हुए यह भी निर्णय लिया गया कि बोर्ड परीक्षाओं के नतीजों की घोषणा 15 जुलाई से पहले की जाएगी।

जहां दसवीं की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होकर 7 जून को ख़त्म होंगी वहीं बारहवीं की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होकर 11 जून को ख़त्म होंगी।

10वीं की परीक्षाएं एक और 12वीं की 4 दिन दो पाली में

12वीं कक्षा की परीक्षाएं 6, 15, 21 और 27 मई को अर्थात चार दिन दो पालियों में आयोजित की जाएंगी। बोर्ड ने कहा है कि सुबह की पाली में ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों को दोपहर की ड्यूटी नहीं दी जाएगी। पहली पाली सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक होगी। दसवीं कक्षा की सभी परीक्षाएं सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक आयोजित की जाएंगी।

4 मई को 10वीं की ओडिया, कन्नड़ और लेपचा भाषाओं और 12वीं की अंग्रेजी की परीक्षा

10वीं की पहली परीक्षा 4 मई को ओडिया, कन्नड और लेपचा भाषाओं की होगी और 12वीं की अंग्रेजी (इलेक्टिव और कोर) की परीक्षाएं इसी दिन होंगी। विस्तृत डेट शीट सीबीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी और छात्रों को स्कूलों की तरफ से भी उपलब्ध करवाई जाएगी।

ऑफ़लाइन लिखित मोड में होंगी सभी परीक्षाएं

दोनों कक्षाओं की सभी परीक्षाएं ऑफ़लाइन लिखित मोड में और कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ आयोजित की जाएंगी। इनमें हर समय फेस मास्क पहनना, हाथ की सफाई करने करने और सामाजिक दूरी बनाए रखना शामिल हैं।

प्रत्येक पेपर के एक तिहाई (33 प्रतिशत) में आंतरिक पसंद के प्रश्न होंगे और देश भर के लाखों छात्रों पर बोझ को कम करने के लिए प्रत्येक विषय के पाठ्यक्रम को 30 प्रतिशत तक कम किया गया है । कोरोना लॉकडाउन के चलते इस साल कक्षाएं केवल ऑनलाइन माध्यम से ही हुई हैं।

डेट शीट जारी करते हुए केंद्रीय मंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “जिस तरह से ऐसी विकट महामारी के दौर में भी आपने अदम्य साहस और उत्साह का परिचय देते हुए अपनी शिक्षा जारी रखी, उससे यह साबित होता है कि कोई भी विषम परिस्थिति आपका मनोबल नहीं तोड़ सकती है। आप सभी ने वास्तविक शिक्षा के लक्ष्य को चरितार्थ किया है और मुझे पूरा यकीन है कि अब आपको प्रगति के मार्ग से कोई रोक नहीं सकता। इसके अलावा मुझे पूरा विश्वास है कि कोविड-19 की ऐसी विकट और संकटमय घड़ी में जो निर्विघ्न और निर्बाध रूप से खुद को स्वस्थ रखकर अध्यनरत रह सकता है वह स्कूल की बोर्ड परीक्षा में भी अवश्य अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण होगा।”

उन्होंने कहा कि ‘शिक्षा के साथ सुरक्षा’ के सिद्धांत का पालन करते हुए सीबीएसई हर छात्र की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए विभिन्न उपायों को अपनाएगा। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि बोर्ड परीक्षाएं, जेईई और नीट की परीक्षाओं जैसी समान दक्षता के साथ आयोजित की जाएंगी। सीबीएसई द्वारा परीक्षाओं के समय छात्रों के लिए अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने के लिए साथ ही, छात्रों को पढ़ाई की मूलभूत सुविधाओं के अन्तर के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो,  इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

निशंक ने कहा, “मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सीबीएसई, छात्रों के मूल्यांकन करने के लिए लिखित व प्रायोगिक परीक्षा आयोजित करके छात्रों व स्कूल को सभी सहायता प्रदान करेगा। सीबीएसई ने यह भी निर्णय लिया है कि इस वर्ष, प्रायोगिक परीक्षाओं को कराने की अंतिम तिथि, संबंधित कक्षा की लिखित परीक्षाओं की अंतिम तिथि के सतुल्य होगी। साथ ही यह भी तय किया गया है कि आगामी परीक्षाओं के लिए अधिक परीक्षा केंद्र बनाये जाएंगे ताकि छात्र परीक्षा केंद्रों तक आसानी से पहुंच सकें।”

मनोदर्पण’ पोर्टल के साथ-साथ टोल फ्री नंबर करेगा छात्रों के तनाव को दूर

उन्होंने अभिभावकों, छात्र-छात्राओं एवं सभी हितधारकों से आग्रह किया कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए कि परीक्षाओं के लिए छात्रों के पास एक सुरक्षित, तनाव मुक्त और सुविधाजनक वातावरण तैयार हो सके, एक साथ मिल कर काम करें। यदि कोई भी छात्र तनाव महसूस करता है तो वह ‘मनोदर्पण’ पोर्टल के साथ-साथ टोल फ्री नंबर 844-844-0632 का उपयोग कर सकता है।

निशंक ने विश्वास दिलाया कि समय-समय पर, सीबीएसई, स्कूलों, छात्रों और अभिभावकों द्वारा परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिए और छात्रों और हितधारकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश जारी करेगा और इन दिशानिर्देशों का सभी संबंधितों द्वारा सख्ती से पालन किया जाएगा।

छात्रों को परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं देते हुए निशंक ने कहा मैं आपको पुनः यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आप सभी नए-भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति परिवार के आधारभूत स्तंभ हैं और हमारा यह वृहद शिक्षा-परिवार हर प्रकार से ‘सबकी प्रगति’ और ‘सबका साथ-सबका विकास’ के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध और तत्पर है।