चमोली हादसा पर बड़ी कार्रवाई हुई है। इस घटना में दोषी पाए गए दो अभियंताओं को निलम्बित किया गया है। साथ ही सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) पर विद्युत उपकरणों के संचालन में लापरवाही पर ज्वाइंट वेंचर कम्पनी व अन्य संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड जल संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक की ओर से सीवर एसटीपी का संचालन व रख रखाव करने वाली फर्म के कार्यों के देख रहे अपर सहायक अभियंता हरदेव लाल को निलम्बित किया गया है।
मुख्य महाप्रबंधक की ओर से आदेश जारी कर कहा गया कि प्रथम दृष्ट्या अपर सहायक अभियंता हरदेव लाल के द्वारा विभागीय कार्यों और दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरते जाने का दोषी पाए जाने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में हरदेव लाल शाखा रुद्रप्रयाग के कार्यालय से संबद्ध रहेंगे।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्व उपनिरीक्षक तहसील चमोली की ओर से सुपरवाइजर, ज्वाइंट वेंचर कम्पनी व अन्य संबंधित के विरुद्ध नमामि गंगे प्रोजेक्ट के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट पर विद्युत उपकरणों के संचालन में घोर लापरवाही बरते जाने के संबंध में एफआईआर दर्ज कर दी गई है।
इसके अलावा प्रभारी अवर अभियंता कुन्दन सिंह रावत को भी निलंबित कर दिया गया है। जारी आदेश में कहा गया है कि प्रथम दृष्ट्या दोषी पाये जाने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए कार्यालय अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड गोपेश्वर से जांच पूर्ण होने तक सम्बद्ध किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि इस घटना में कुल 16 लोगों की मौत और 11 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है।