रुड़की के एक व्यापारी की हत्या की साजिश के आरोप में रुड़की में गिरफ्तार चार शार्प शूटरों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें इस हत्या को अंजाम देने के लिए चमोली जेल में बंद प्रवीण वाल्मीकि ने कहा था।
पुरसाड़ी जेल के कारापाल प्रमोद पांडेय ने बताया कि प्रवीण वाल्मीकि एक साल से पुरसाड़ी जेल में बंद है, जिसे एकांत में रखा गया है। यहां पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम है और जब से वह इस जेल में बंद है, उससे कोई भी मिलने नहीं आया है। फोन से संपर्क का तो मतलब ही नहीं होता है। ऐसे में यह कहना कि उसने यहां से किसी से संपर्क किया हो गलत है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि वह जब यहां से कोर्ट में हाजिरी के लिए रुड़की व हरिद्वार गया तो उस वक्त किसी ने उससे मुलाकात की हो। बताया कि रुड़की, देवबंद और हरिद्वार में विभिन्न मामलों में वह कोर्ट में हाजिर होने के लिए जाता रहता है। बताते चलें कि चमोली जिले की पुरसाड़ी जेल में इससे पहले भी विभिन्न अपराधों में सजा याफ्ता कैदी सुशील गुर्जर, सचिन खोक्कर, वसीम कालिया आदि रह चुके है। खुंखार अपराधियों को विभिन्न जेलों में बारी-बारी से शिफ्ट किया जाता रहता है। उनमें पुरसाड़ी जेल भी एक है।