उत्तरकाशी, भागीरथी घाटी के हर्षिल-धराली गांव के बीच गंगोत्री राजमार्ग पर कई बरसों बाद चांग थांग ग्लेशियर भारी आकार में देखा गया है। ग्लेशियर से जहां सड़क मार्ग बंद हुआ वहीं चारधाम यात्रा के दौरान भी यह आकर्षण का केंद्र रहेगा। हालांकि मार्ग को लोगों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है।
इस बार सर्दी के मौसम में दिसम्बर माह से अब तक पांचवीं बार बर्फबारी ने जहां आम लोगों के लिए भारी समस्या उत्पन्न की है वहीं प्रकृति का ये दिलकश नजारा यहां खूबसूरत आकृतियों को जन्म दे जाती है, जो पहाड़ों की खूबसूरती पर चार चांद लगा जाते हैं। चांग थांग ग्लेशियर इस बार कई वर्षों के बाद इतने बड़े आकार में दिखाई दे रहा है। यह करीब 40 से 50 फीट ऊंचा ओर सौ मीटर से भी अधिक चौड़ा बताया जा रहा है। जो इस बात प्रमाण है कि इस बार पहाड़ों पर रिकार्ड तोड़ बर्फबारी हुई है, अब आने वाले सीजन में चारधाम यात्रा भी इस ग्लेशियर के बीच से होकर गुजरेगी।
उल्लेखनीय है कि उपला टकनौर क्षेत्र हर्षिल-धराली गांव से करीब दो से तीन किमी की दूरी से गुजर रहे हाइवे पर बर्फबारी के बाद चांग थांग ग्लेशियर का आकार सदियों से लेता है। ये ऊंचाई वाले क्षेत्रों से फिसलकर गंगोत्री हाइवे पर पहुंचता है। हालांकि बीते कुछ वर्षों के दौरान कम बर्फबारी होने के कारण ये अपना पूरा आकार नहीं ले पाया था। पिछले वर्ष से हो रही बम्पर बर्फबारी के बाद ये अपना पूरा आकार ले रहा है। यहां पर्यटक इसके दीदार के लिए भी खूब पहुंच रहे हैं।