विश्व विख्यात आदि बदरीनाथ भगवान की जोत सहित भगवान के शरीर पर रोपण किए जाने वाले तिल तेल का गाडू घड़ा अब नरेंद्र नगर स्थित राज महल से सीधा बैजनाथ मंदिर पहुंचेगा। यह निर्णय कोरोना संकट के मद्देनजर रविवार को डिमरी पंचायत ने लिया। यह जानकारी बदरीनथ मंदिर केदार समिति के प्रचार अधिकारी हरीश ने दी। उन्होंने बताया कि राज महल नरेन्द्र नगर से राजमहल टिहरी द्वारा गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा की तिथि में परिवर्तन किया गया है।
बदरीनाथ गाडू घड़ा तेल कलश 24 अप्रैल को राज दरबार नरेन्द्र नगर टिहरी गढ़वाल से सादगीपूर्ण रूप से सीधे बदरीनाथ धाम रवाना होगा। पहले यह तिथि 18 अप्रैल निश्चित की गई थी। इसे लेने के लिए डिमरी केंद्रीय धार्मिक पंचायत के चार प्रतिनिधि 23 अप्रैल को श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के ऋषिकेश स्थित चंद्रभागा विश्राम गृह पहुंच जाएंगे।
हरीश ने बताया कि 26 अप्रैल को श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर में तेल कलश की पूजा अर्चना होगी। नृसिंह मंदिर जोशीमठ, योग-ध्यान बदरी पांडुकेश्वर होते हुए 29 अप्रैल गाडू घड़ा बद्रीनाथ पहुंचेगा। 30 अप्रैल को प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।