मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की पहली बैठक आयोजित की गई। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय किए, जिसमें हक-हकूकधारियों और बद्री-केदार मंदिर समिति के कार्मिकों के हितों का पूरा ख्याल रखा गया।
बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि विश्वभर में उत्तराखंड अध्यात्म का केन्द्र है। उत्तराखंड के मन्दिरों की प्राचीन शैली इसकी विशिष्टता है। इसको बनाये रखने के लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि मन्दिरों का प्राचीन स्वरूप बरकरार रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग मन्दिरों के ऑनलाइन दर्शन करना चाहते हैं, उन्हें गर्भगृह को छोड़कर बाकी मन्दिर परिसर के ऑनलाइन दर्शन एवं ऑडियो के माध्यम से पूजा-अर्चना करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। साथ ही इसमें धार्मिक मान्यताओं का भी पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड में सबके हक-हकूकों का ध्यान रखा जाएगा। बैठक में मन्दिरों एवं उनसे जुड़ी प्रमुख पाण्डुलिपियों एवं अन्य ऐतिहासिक महत्व की सामग्री के संग्रहण के लिए संग्रहालय बनाने की बैठक में चर्चा की गई है।
– धार्मिक यात्रा के संचालन के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में होगा उच्च स्तरीय समिति का गठन
– उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड का अलग होगा बैंक एकाउंट होगा
– राज्य सरकार ने की 10 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत
– हक-हकूकधारियों और मंदिर समिति के कार्मिकों को भी मिली राहत
बोर्ड की इस पहली बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार द्वारा धार्मिक यात्रा के समुचित संचालन के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड का अलग लोगो बनाया जाएगा। मन्दिरों की सम्पत्ति, निधि, बहुमूल्य वस्तुओं को बोर्ड के प्रबंधन में अन्तरित करने हेतु मुख्य कार्यकारी अधिकारी को अधिकृत किया गया है। इसके लिए कार्यवाही सबंधित जिलाधिकारियों द्वारा की जायेगी। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड का अलग बैंक एकाउंट होगा। इसके लिए बैठक में राज्य सरकार द्वारा 10 करोड़ रुपये की धनराशि की स्वीकृति दी गई है। बद्री-केदार मंदिर समिति की अवशेष धनराशि भी उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड में ट्रांसफर की जायेगी। बद्री-केदार मंदिर समिति के कार्मिकों का समायोजन उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड में की जायेगी।
बोर्ड के लिए अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी की नियुक्ति की जायेगी एवं वित्त नियंत्रक का एक पद सृजित किया जाएगा। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड में विभिन्न न्यायिक मामलों के लिए ट्रिब्यूनल गठित किया जाएगा। एनआईसी द्वारा बद्री-केदार मंदिर समिति के लिए बनाई गई वेबसाइट का अधिग्रहण कर इसका अपग्रेडेशन किया जाएगा। इस अवसर पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कोरोना के दृष्टिगत बद्री-केदार मन्दिर समिति के कार्मिकों द्वारा दिये गये एक दिन के वेतन का 5 लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सौंपा।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष सतपाल महाराज ने मानव उत्थान सेवा समिति के माध्यम से भी बोर्ड को 5 लाख एक रुपये की धनराशि देने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी रखे। बैठक में विधायक बदरीनाथ महेन्द्र भट्ट, विधायक गंगोत्री गोपाल सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव पर्यटन एवं संस्कृति दिलीप जावलकर, सचिव (वित्त) सौजन्या, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उत्तराखंड चारधाम, देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड रविनाथ रमन उपस्थित थे।