गोपेश्वर, विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा अब अपने अंतिम दौर में पहुंच गई है, धामों के कपाट बंद होने शुरू हो गए है। केदारनाथ में तकरीबन दस लाख और बदरीनाथ में लगभग पौने बारह लाख रुपये तीर्थयात्री अब तक दर्शन कर चुके हैं। सोमवार को गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। यमुनोत्री धाम और केदारनाथ धाम के कपाट भी मंगलवार को भैयादूज के अवसर पर बंद होंगे। जबकि 17 नवम्बर को बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि इस यात्रा वर्ष अब तक केदारनाथ में रिकार्ड 09 लाख 94 हजार 701 व बदरीनाथ में 11 लाख 71 हजार 608 तीर्थ यात्रियों ने भगवान के दर्शन किये। बदरी-केदारनाथ में कुल 21 लाख 66 हजार 309 तीर्थ यात्रियों ने भगवान के दर्शन किये।
मंदिर समिति उपाध्यक्ष अशोक खत्री ने बताया कि 29 अक्टूबर को कपाट बंद होने के बाद बाबा केदार की पंचमुखी डोली शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए रवाना होकर प्रथम पड़ाव रामपुर पहुंचेगी, 30 अक्टूबर को विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी, 31 अक्टूबर को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष 17 नवंबर को शाम पांच बजकर 13 मिनट पर शीतकाल के लिएबंद हो जायेंगे। श्री मद्महेश्वर के कपाट 21 नवंबर 11बजे दिन एवं श्री तुंगनाथ जी के कपाट छह नवंबर को साढे़ ग्यारह बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिये जाएंगे।