अब एक क्लिक से आरामदेह बनायें अपनी चारधाम यात्रा

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चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं और इसके साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार हर जरुरी कदम उठाने को तैयार है।अब चार धाम यात्रा से संबंधित सभी जानकारियां आपके मोबाइल पर होंगी। मामला चाहे मौसम का हो या सड़क खुलने और बंद होने का, यात्री रेस्ट हाउस और पर्यटक सुविधा केंद्र जैसी जानकारियां सिर्फ एक क्लिक पर मिल सकेंगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने अपने मोबाइल एप ‘एक्सप्लोर आउटिंग’ पर चारधाम रोड अपडेट नाम से नया फीचर लांच किया है।

चारधाम यात्रा के दौरान अक्सर यात्रियों को भूस्खलन से मार्गों के बंद होने की समस्या से जूझना पड़ता है। अब इस एप के जरिये मार्ग से संबंधित सभी जानकारियां मिल सकेंगीं। इतना ही नहीं यात्री एप पर अपना अनुभव और यात्रा की डिटेल भी शेयर कर सकते हैं। इस सुविधा का लाभ लेने के लिए यात्रियों को एप पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

कुछ ऐसे करेगा एप कामः

मोबाइल एप बनाने वाली कंपनी के सीईओ डॉ. अमित मित्तल के मुताबिक “इस एप पर चारधाम रोड अपडेट पर क्लिक करने से उत्तराखंड का नक्शा खुलेगा। इसमें यात्री लोकेशन पिन देख सकते हैं। लोकेशन पिन पर क्लिक करने से उस स्थान की पूरी जानकारी देखी जा सकती है। एप खुद ही यात्री की लोकेशन ले लेता है। इस पर अपना विवरण व फोटो लोड किया जा सकता है। डिटेल को एप पर प्रकाशित करने से पहले इसको कर्न्फम करने के लिए सूचना को पर्यटन विभाग, पुलिस और बीआरओ को भेज दिया जाएगा। सूचना प्रमाणित होने पर इसे एप पर प्रकाशित किया जाएगा। रजिस्ट्रेशन कराने वाले यात्रियों को मैसेज के जरिये सड़क बंद अथवा खुलने की जानकारी भेजी जाएगी।”

चारधाम रूट पर किया जाएगा एप का प्रचार-प्रसार

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने एक्सप्लोर आउटिंग एप को चारधाम यात्रा के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि “इसका प्रचार-प्रसार चारधाम रूट पर किया जाए। इस एप के माध्यम से यात्रा के दौरान पडऩे वाले पर्यटक स्थलों की जानकारी भी एप पर डाली जाए ताकि यात्री इन स्थलों का भी भ्रमण कर सकें।”

ये जानकारियां मिलेंगी इस एप्प पर

  • यात्रा रूट पर निकटतम पर्यटक स्थलों के संबंध में
  • यात्रा रूट पर होटल, रेस्ट हाउस आदि के संबंध में
  • पुलिस, स्वास्थ्य जैसी ऐमरजेंसी सेवाओं के संबंध में
  • एप्प के जरिये ई-टिकटिंग की मिलेगी सुविधा

यात्रियों को सुविधा देने के लिये इस तरह की कोशिशें काफी कारगर हो सकती हैं। लेकिन इनका असली टेस्ट इस बात से होगा कि दुर्गम इलाकों वाले चारधाम यात्रा मार्ग पर ये सुविधाओं कितना चल पाती हैं?