आसमानी बारिश ने उत्तराखंड में 2 दिन आम जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया था, लेकिन अाज खिली धूप में ऋषिकेश में यात्रियों के चेहरे खिला दिए। 2 दिनों से चारधाम यात्रा पर निकल ना पा रहें यात्रियों को होटल, धर्मशाला में रुकना पड़ा आज एक बार फिर आस्था की यात्रा शुरू हुई है।
उत्तराखंड में बारिश के 36 घंटे का अलर्ट जैसे ही शुरू हुआ पूरा उत्तराखंड पानी-पानी हो गया। हर नदी नाले उफान पर थी और सभी प्रमुख राज्य मार्ग भूस्खलन के चलते बंद हो गए थे। आखिरकार बारिश के दो दिन बाद खुली धूप में चार धाम यात्रा जाने वाले यात्रियों के चेहरों में रौनक लौटा दी है। बीते दिनों से यात्रा पर जाने के लिए ऋषिकेश पहुंचे लोग होटल और धर्मशालाओं में समय बिता रहे थे, आज 2 दिनों के बाद सरकार द्वारा एतिहात के तौर पर लगाई गई रोक हटा दी गई, जिसके चलते यात्री चार धाम यात्रा पर निकल पड़े हैं।
मानसून का असर चार धाम यात्रा सहित सिखों के पवित्र धाम श्री हेमकुंड साहिब पर भी पङनें लगा था। जगह-जगह रोड ब्लॉक और बारिश ने श्रद्धालुओं के कदम उत्तराखंड आने से रोक दिए थे जिसके चलते जुलाई से कमी आ गई थी। मौसम के अलर्ट को देखते हुए राज्य सरकार ने 2 दिन के लिए चार धाम यात्रा पर भी रोक लगा दी थी, अब एक बार फिर यात्रा शुरू हुई है और आस्था पथ पर लगभग ढाई हजार के आसपास यात्री ऋषिकेश से निकल पड़े हैं।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा हमेशा से ही देश विदेश में रहने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का एक केंद्र रही है, लेकिन मौसम की मार हर बार इस यात्रा को प्रभावित करती है।