ऋषिकेश ,भारत सरकार के विदेश मंत्रालय एंव निशा फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वाधान में संसद भवन एनेक्स नई दिल्ली में आयोजित समारोह में गंगा संरक्षण एवं पुनर्जीवन के लिये परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता स्वामी चिदानन्द मुनि सरस्वती को ’लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड’ पुरस्कृत किया गया।
स्वामी चिदानन्द मुनि ने गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के पुनरूद्धार के लिये अनेक देशी-विदेशी वैज्ञानिकों, संतो , विभिन्न धर्मो के धर्मगुरूओं, प्रतिष्ठत संस्थाओं, नागरिक समुदाय, स्कूल-कालेज के छात्र-छात्राओं के प्रेरित किया तथा पूरे संसार में इस हेतु अलख जगाया है इस हेतु उन्होने अनेक जन जागरण अभियान चलाया है जिसके अद्भुत परिणाम भी प्राप्त हो रहे है।
संसद भवन नई दिल्ली में आयोजित समारोह के प्रमुख अतिथि हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी जी, सामाजिक न्याय मंत्री थावर चन्द्र गहलोत, मानव संसाधन विकास, गंगा पुनरूद्धार एवं जल संसाधन राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह जी, निशा फाउण्डेशन की चेयरमैन डाॅ प्रियंका प्रकाश, सचिव सी पी वी ओ आई ए, विदेश मंत्रालय भारत सरकार श्री ज्ञानेश्वर मुले एवं जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती उपस्थिति में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की मेजबानी संसद सदस्य लोकसभा श्री बीरेन्द्र कुमार चैधरी जी ने किया।
स्वामी चिदानन्द मुनि ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि, “देश के पास श्रेष्ठ विचारों और श्रेष्ठ संस्कारों को आगे बढ़ाने वाली सरकार है जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कर रहे है। हमारी इस दिव्य संस्कृति के यह नारा ’सबका साथ-सबका विकास’ जो वर्तमान सरकार ने दिये यही तो हमारी संस्कृति है। उन्होने कहा कि जिस संसद में हम बैठे है वह संसद जहां ऋषियों ने समता, समरसता और सद्भाव का संदेश दिया वहीं इस संसद का भी उद्देश्य है। इस देश की संसद ने जो संविधान दिया है वह संविधान ही इस देश का समाधान है; वह संविधान ही इस देश की आत्मा है इसलिये संसद में बैठकर इस देश की गौरवमयी परम्परा को आगे बढ़ाये तथा इस गौरवमयी परम्परा के अनुरूप जीवन जिये।”