देहरादून, मुख्यमंत्री रावत 10 फरवरी 2020 को मेला नियंत्रण भवन हरिद्वार में अपराह्न 3ः00 बजे कुम्भ मेले की व्यवस्थाओं से सम्बन्धित कार्यों एवं योजनाओं की गहन समीक्षा करेंगे। सचिवालय में कुम्भ मेले से सम्बन्धित कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी विभागीय प्रमुखों एवं विभागाध्यक्षों को कड़े निर्देश दिए हैं कि वे अपने विभाग से सम्बन्धित कार्यों का गहनता से स्थलीय निरीक्षण के पश्चात व्यक्तिगत रूप से बैठक में शामिल हों, बैठक में मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह भी उपस्थित रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2021 में आयोजित होने वाला कुम्भ मेला भव्य एवं दिव्यता के साथ आयोजित होना है। यह राज्य की प्रतिष्ठा से जुड़ा विषय है। हमें देवभूमि की परम्परा के अनुरूप इस विश्वस्तरीय आयोजन को सफल बनाना है। इसमें सभी विभागीय प्रमुख अपनी जिम्मेदारी समझें। मुख्यमंत्री ने कहा कुम्भ के आयोजन के लिया स्थायी प्रकृति के निर्माण कार्यों के लिए अपेक्षित बजट जारी किया जा चुका है, उन्होंने निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ ही शीघ्रता किए जाने के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 में प्रयाग में आयोजित कुम्भ सफल रहा था। इसके लिए प्रयाग कुम्भ में मेलाधिकारी रहे विजय किरण आनन्द के अनुभवों का लाभ भी 2021 के हरिद्वार कुम्भ मेले में लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कुम्भ मेले में हमें देश व दुनिया से आने वाले 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थायें बनानी हैं इसके लिऐ समयबद्धता के साथ सभी विभाग अपनी कार्य योजना धरातल पर लायें। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेले के सफल आयोजन के लिए सभी अखाड़ों के संत महात्माओं, जन प्रतिनिधियों, बद्धिजीवियों के साथ ही आम जनता का भी सहयोग लिया जायेगा इस पावन पर्व पर आने वाले श्रद्धालु सुखद एवं अविस्मरणीय अनुभव लेकर लौटें, यह भी हमारा प्रयास होना चाहिए।