देहरादून, राज्य में उद्यम स्थापित करने के लिये मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सचिवालय में सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने बैठक में उत्तम शुगर मिल्स लिमिटेड डिस्टलेरी डिवीजन के आवेदित 65 करोड़ के प्रोजेक्ट पर आबकारी विभाग को लाइसेंस प्रदान करने के निर्देश दियेm इस प्रोजेक्ट से लगभग 200 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।
एक अन्य 23.25 करोड़ की लागत की देव सुमन एग्रीकल्स्टर परियोजना पर राजस्व से भूमि की भूउपयोग परिवर्तन की स्वीकृति जारी करने के निर्देश बैठक में दिये। योजना में लगभग 26 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा, एक अन्य 33.30 करोड़ की लागत के एल्डर बायोकैम लिमिटेड उद्यम को समिति द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। इस योजना में 163 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा जिसमें एलोपेथिक दवाओं का निर्माण किया जायेगा। इसी क्रम में कास्मेटिक उत्पादों से सम्बन्धित 26.41 करोड़ की लागत की उधम सिंह नगर में स्थापित की जाने वाली गुप्ता एग्रो प्रोडेक्ट कम्पनी को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
7.50 एमएलडी क्षमता के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की भी स्वीकृति प्रदान की गई। बैटरी तथा विद्युत उपकरणों के उत्पाद तैयार करने से सम्बन्धित हरिद्वार सिडकुल में 225.10 करोड़ लागत की ल्यूमनियस पावर टेक्नोलॉजी प्रालि. उद्योग इकाई को स्वीकृति प्रदान की गई, इसकी स्थापना से लगभग 1000 लोगों को रोजगार मिलेंगे। एक अन्य रूद्रपुर में स्थापित होने वाली 1 करोड़ लागत की उद्योग इकाई के0एम0पैपर्स को भी स्वीकृत प्रदान की गई।
बैठक में गैल गैस लिमिटेड द्वारा देहरादून में उपभोक्ताओं को घरेलू गैस आपूर्ति करने के लिए 1531.86 करोड़ के प्रोजेक्ट पर भी विस्तार से चर्चा हुई। मुख्य सचिव द्वारा सिंचाई, यूपीसीएल तथा सम्बन्धित विभागों से गैल को अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्धारित समय में जारी करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने गैल के अधिकारियों को देहरादून में चल रहे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों से समन्वय करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना में अण्डरग्राउण्ड डक्ट भी बनाई जानी है।