यूं तो सीमाओं पर चीन और भारत में तनातनी बनी रहे लेकिन योग के तार भारत और चीन को आपस में बांधे हुए हैं। 10 सितंबर को चीन में भी भारत की तर्ज पर टीचर्स डे मनाया जाता है। इसके चलते चीन से अपने योघ गुरुओं को मिलने पहुंची चीनी शिष्याएं। भारत योग के क्षेत्र में विश्व गुरु बनने की राह में तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेशी सरजमीं पर योग और भारत की लोकप्रियता बढ़ा रहे हैं वहीं भारतीय अध्यात्म और भारतीय योग विदेशियों को ऋषिकेश खींचकर ला रहा है।
चीनी टीचर्स डे जो 10 सितंबर को मनाया जाता है पर चीन से भारत अपने योग गुरु से मिलने पहुंची चीनी योग शिष्याऐं। पिछले दिनों डोकलाम और अन्य सीम विवादों के चलते भारत चीन के बीच रिश्तें तल्ख रहे हैं। लेकिन इल सबके बीच भारतीय योग ने ड्रैगन को आपने योग कलाओं से दीवाना बना दिया है। हालात यह है कि ऋषिकेश से निकलकर कई योगाचार्य आज चीन की धरती पर भारतीय योग की पताका को फहरा रहे हैं। कई सालों से चीन में भारतीय योग का परचम लहरा रहे ऋषिकेश के सेम जे नौटियाल आजकल ऋषिकेश के प्रवास पर हैं। 10 सितंबर को चीन में भारत की तर्ज पर टीचर्स डे मनाया जाता है और गुरु शिष्य की परंपरा को मजबूती देते हुए कई चीनी योग छात्राऐं ऋषिकेश पहुंची।रविवार को उन्होने अपनी टीचर के साथ टीचर डे मनाया।
इन्लिहीं छात्रओं में से एक लिली का कहना है कि उसे भारत का योग बचपन से अपनी ओर खींचता रहा है। पिछले 15 सालों से वो अपने योग गुरु सेम जे नौटियाल के साथ भारतीय योग को सीख कर चीन में युवाओ को सिखा रही है। चीन में उनके योग सेंटर में कई युवा भारतीय योग सिखने आते हैं। फिटनेस के लिए अब चीन के लोग योग के दीवाने हैं।
सालो से चीन में योग सीखा रहे योग गुरु नौटियाल का कहना है “कि चीन में गुरु शिष्य परम्परा को बड़े अच्छे से निभाया जाता है। आज पूरा चीन टीचर्स डे मना रहा है ऐसे में मेरी दोनों शिष्याएं चीन से भारत आ कर गुरु-शिष्य परम्परा को निभा रही है ये मेरे लिए सबसे ख़ुशी की बात है”।
कहते शिक्षा का कोई मोल नहीं होता है ऐसे में आदर्श शिक्षक हमेशा अपने कार्यो से स्टूडेंड के दिलो में अपनी खास जगह बना लेते है। आज पड़ोसी देश शिक्षक दिवस मन रहा है ऐसे में गुरु को नमन करने पहुंची इन चाइनीज योग साधको ने गुरु-शिष्य परम्परा को मजबूती प्रदान की है।