देहरादून, प्रदेश की राजधानी दून में क्रिस्मस की तैयारियों जोरों पर है। चर्च समेत अन्य स्थानों पर अभी से लाइटिंग लगाई जा रही है। वहीं बाजारों में गिफ्ट शाप में क्रिसमस ट्री, मास्क, कैप और भी कई प्रकार के गिफ्ट्स आइटम से सज गए हैं।
दून के सेंट फ्रांसिस चर्च पर चरणी तैयारियां शुरु हो गई है। वहीं मसीही घरों में सात दिसम्बर से शुरू
कैरल सांग गूंज रहे है और यह कार्यक्रम 21 दिसम्बर तक चलेगा। इस कार्यक्रम में टोलियां मसीही कॉलोनियों में प्रभु यीशु के आगमन की खुशी में गीत सुना रही हैं। इसके साथ ही घरों में शांति व खुशहाली की दुआ की जा रही है। इसी के तहत बुधवार को सेंट फ्रांसिस चर्च की टोली कंडोली, मयूर बिहार, आर्यन नगर इलाके में गई। जहां फॉदर वरेलियन पिंटो के नेतृत्व में उन्होंने हर घर में गीतों के जरिए यीशु के जन्म की खुशियां मनाई। कार्यक्रम के दौरान, आया है यीशु आया है, झूमो नाचो खुशी से आज आदि मसीही गीत सुनाएं। टोली में अंजलि, पायल, रीमा, कंचन, सुनील, राज, विकास, ज्योति आदि रहीं। उधर अन्य चर्चों की टोलियां भी डोर-टू-डोर जा रही हैं। यह सिलसिला गुरुवार तक चलेगा।
चर्च के परिसपिस्ट वरेलियन पिटों ने बताया कि 25 दिसम्बर को होने वाले क्रिसमस पर्व को लेकर शहर के सभी गिरिजाघरों में तैयारी शुरु कर दी है। चर्च में क्रिसमस ट्री के अलावा रंग बिरंगे विद्युत झालरों सजाने के साथ ही 24 दिसम्बर को मसीही समाज द्वारा विशेष प्रार्थना व मिस्सा पूजा की जाएगी। साथ ही प्रभु यीशु का जन्मदिवस पर 50 किलो का केक काटां जाएगा। इस मौके पर यीशु जन्म उत्सव पर सुबह की आराधना की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस बार लोगों को चरणी में कुछ खास नजर आने वाला है। ईसाई समुदाय के लोगों का कहना है कि प्रभु यीशु का जन्म सभी के लिए प्रेरणा है। प्रभु यीशु सभी पाप और बुराईयों के विरुद्घ लड़ाई में हमें सही मार्ग दिखा सकते हैं।