क्लैट-2019 का आयोजन 26 मई को, पहले 12 मई को होनी थी परीक्षा

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देहरादून, कॉमन लॉ ऐडमिशन टेस्ट(क्लैट) का आयोजन अब 26 मई को होगा। पहले यह परीक्षा 12 मई को होनी थी। पर इस दिन लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान होना है। जिस कारण परीक्षा की तिथि में बदलाव किया गया है। यह निर्णय क्लैट कंसोर्टियम द्वारा लिया गया है। परीक्षा तीन से पांच बजे तक आयोजित की जाएगी।

बता दें, इस परीक्षा के माध्यम से देशभर की 22 लॉ यूनिवर्सिटी के अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में प्रवेश मिलेगा। आवेदन क्लैट की आधिकारिक वेबसाइट www.clat.ac.in पर किया जा सकता है। परीक्षा का आयोजन इस साल नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ओड़िसा कर रही है। उम्मीदवारों के पास ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन दोनों मोड में आवेदन करने का विकल्प मौजूद है। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख 31 मार्च है। वहीं ऑफलाइन आवेदन पांच मई की शाम 5 बजे तक आधिकारिक पते पर पहुंच जाने चाहिए। इस वर्ष क्लैट ऑफलाइन मोड में आयोजित किया जा रहा है।

लॉ प्रेप दून के निदेशक एसएन उपाध्याय ने बताया कि परीक्षा में शामिल होने वाले सामान्य, ओबीसी व पीडब्ल्यूडी श्रेणी के छात्रों का 12वीं में 45 प्रतिशत अंक व एसटी-एससी के लिए 40 प्रतिशत अंक का होना आवश्यक है। इस वर्ष 12वीं बोर्ड की परीक्षा दे रहे छात्र भी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। वहीं मास्टर कोर्स यानी (एलएलएम) में नामांकन के लिए इच्छुक छात्र के पास एलएलबी की डिग्री का होना आवश्यक है। इस कोर्स के लिए सामान्य, ओबीसी व पीडब्ल्यूडी श्रेणी के उम्मीदवारों का एलएलबी में 55 फीसदी और एसटी-एससी के पास 50 फीसद अंक होना आवश्यक है। उनका मानना है कि परीक्षा की तिथि में बदलाव होने से छात्रों को तैयारी के लिए थोड़ा और वक्त मिलेगा। वह अधिकाधिक मॉक टेस्ट दें।

एलसैट भी उसी दिन
विधि क्षेत्र में कॅरियर बनाने के इच्छुक युवा एक अजब दुविधा में फंस गए हैं। देश के प्रमुख लॉ कॉलेजों में दाखिले के लिए लॉ स्कूल ऐडमिशन टेस्ट (एलसैट) भी 26 मई को आयोजित होना है। यह टेस्ट लॉ स्कूल ऐडमिशन काउंसिल- यूएसए (एलसैट-इंडिया) द्वारा करवाया जाता है। दून में ही कई युवा ऐसे हैं जिन्होंने क्लैट के साथ ही एलसैट के लिए भी आवेदन किया हुआ है। ऐसे में उनके सामने अब मुश्किल यह है कि कौन सी परीक्षा दें और कौन सी छोड़ें। क्योंकि कॅरियर के लिहाज से दोनों ही परीक्षाएं महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में वह अब यह उम्मीद कर रहे हैं कि एलसैट-इंडिया की तरफ से परीक्षा में बदलाव किया जाए।