परेड ग्राउंड में दशहरा समारोह के बाद मैड ने चलाया सफाई अभियान

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देहरादून। बीते शुक्रवार को शहर के परेड ग्राउंड में आयोजित दशहरा मेले के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्साही उत्सव देखा गया। मेले की समाप्ति ने आतिशबाज़ी से वायु प्रदूषण के साथ भारी अपशिष्ट उत्पादन भी देखा। छात्र पर्यावरण कार्यकर्ता समूह, मेकिंग ए डिफ्फेरेंस बाय बीइंग द डिफ्फेरेंस (मैड) ने सप्ताहांत के दौरान ग्राउंड साफ करने की जिम्मेदारी ली जिसमें उन्होंने मेले की भीड़ द्वारा उत्पन्न कचरा इकट्ठा किया और अलग किया। लगभग 25 स्वयंसेवकों ने साफ-सफाई में भाग लिया जो कि दो दिनों के दौरान छह से सात घंटे तक चलाया।
हालांकि, समूह के इस प्रेरणादायक प्रयास से साफ-सफाई के पहले दिन अपनी पूर्ण अनुपस्थिति के माध्यम से, शहर की सफाई को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार नागरिक निकायों की लापरवाही का भी खुलासा हुआ। मैड सदस्यों के अनुसार उचित कूड़ा निपटान के लिए उनके द्वारा अलग किए गए कचरेे के ढेरों को भी खुले में जलाने का प्रयास किया गया था। रविवार को हालांकि नगर निगम वैन छात्र स्वयंसेवकों द्वारा पहले से ही एकत्रित कचरे को उठाने के लिए आई, लेकिन देर से प्रतिक्रिया में शहरी प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट थी। कचरे में मुख्य रूप से प्लास्टिक शामिल थे जिन्हें उच्च न्यायालय द्वारा प्रतिबंधित किया गया है, इस से निर्देशों के कार्यान्वयन की स्थिति नज़र आती है। फिर भी, मैड सदस्य और जिम्मेदार युवा नागरिक इस विचलन में आशा की किरण हैं जो लगातार पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं।
इस के अलावा, समूह ने पूर्व में ई.सी. रोड पर एक दीवार पर दून की भावना के उत्सव को चित्रित किया था, जिसे छात्र संघ समूहों और डिफेस कोचिंग अकादमियों द्वारा लगाए बिलों से खराब कर दिया गया था। इस भित्ति चित्र को भी मैड ने रविवार को दोबारा संवारा। मैड ने स्वयंसेवकों के प्रयासों के इस तरह सेे विफल करने के खिलाफ प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। इस सफाई अभियान में करन कपूर, स्वाति सिंह, श्रेया रोहिल्ला, आर्ची बिष्ट, आदर्श त्रिपाठी, उत्कर्ष, सनत, गायत्री, आशुतोष, शरद माहेश्वरी व अन्य छात्रों ने भाग लिया।