जब तस्वीरें करे बात,क्लिक एट ईट बेस्ट- नितिका आले

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2005

“चाहें जुबान फीकी पड़ जाए, पर तस्वीरें बोलती हैं”

इंटरनेशनल वूमेन डे को मनाने के लिए न्यूजपोस्ट ने कोशिश की आप तक उन लोगों को पहुचानें की जो वैसे तो अपने काम में परफेक्ट है लेकिन अभी लोगों तक नहीं पहुंच पाएं हैं।

ऐसी ही हमारी अगली कहानी है नितिका आले की जो एक प्रोफेशनल फोटोग्राफर तो है ही साथ में आर्ट और पेंटिंग में भी इनका कोई जवाब नहीं।कहते हैं ना कि कभी कभी कुछ तस्वीरें बातें करती हैं तो आगे आपको कुछ ऐसी तस्वीरें देखने को मिलेंगी जो सचमुच बाते करती हैं।

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नितिका आले देहरादून की रहने वाली हैं।ग्रेजुएशन डीएवी पी जी कालेज से करने के साथ साथ साफ्टवेयर में डिप्लोमा किया है।फोटोग्राफी को अपना कैरियर बनाना एक संयोग था और आज नितिका इसके साथ अच्छा कर रही और आगे बढ़ रही हैं।उनसे यह पुछने पर कि क्या उन्हें कभी ऐसा लगा कि यह एक जेंडर स्पेसिफिक काम है,नितिका ने कहा कि दुनिया में कोई भी काम ऐसा नहीं होता जो जेंडर स्पेसिफिक हो,और फोटोग्राफी तो एक कला है जो किसी के अंदर भी हो सकती है चाहें वह लड़का हो या लड़की।2011 से नितिका फोटोग्राफी कर रही और आगे भी अपना समय फोटोग्राफी में ही देने का सोचती है।अपनी फोटोग्राफी के लिए नितिका को बहुत सारे पब्लिकेशन और ब्लाग में जगह मिली हैं और नितिका इसके साथ खुश हैं,उनका मानना है कि एक एक कदम चल कर ही सफलता मिलती है।

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नितिका अभी लाईफस्टाईल,र्पोट्रेट,डाक्यूमेंट्री और वेडिंग फोटोग्राफी में काम कर रही और आगे भी इसके साथ ही काम करने की सोच रखती हैं।हालांकि नितिका फोटोग्राफर होने के साथ साथ एक अच्छी आर्टिस्ट भी हैं जिसपर वह आजकल काम कर रही है।नितिका से यह पूछने पर फेमस फोटोग्राफर बनने पर वो कैसा महसूस करेंगी, इसपर नितिका का जवाब था फेमस होना मेरे लिए ज्यादा खुशी देने वाला नहीं होगा लेकिन अगर मैं अपनी क्रिएटिवीटी और अपने अलग काम के लिए जानी जाऊं वो मुझे ज्यादा खुशी देगा और मेरे कांफिडेंस को बुस्ट करेगा।