चमोली जिले में मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना शुरू

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गोपेश्वर,  आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के संपूर्ण शारीरिक विकास एवं प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जिले में मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का शुभारंभ किया गया। चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने जिला पंचायत सभागार में आयोजित कार्यक्रम में आंगनबाड़ी में शिक्षा ले रहे बच्चों को दूध पिलाकर इसकी शुरुआत की। योजना के तहत तीन से छह साल तक के बच्चों को सप्ताह में दो दिन 100 एमएल दूध दिया जाएगा।
जिलाधिकारी ने डेयरी और बाल विकास विभाग के अधिकारियों को इस महत्वाकांक्षी योजना का जिम्मेदारी के साथ क्रियान्वयन के निर्देश दिए। डीपीओ को न्याय पंचायत स्तर पर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में दिए जा रहे पौष्टिक आहार वितरण की स्वयं माॅनिटरिग करने की बात कही। उन्होंने कहा कि बचपन में पौष्टिक आहार उपलब्ध हुआ तो बच्चे जीवन भर तंदुरूस्त रहेंगे। बच्चों की सेहत के लिए संचालित इस योजना से बच्चों का संपूर्ण शारीरिक विकास में मदद मिलेगी और वे कुपोषण से ग्रसित नहीं होंगे।
मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे ने कहा कि, “डेयरी और बाल विकास के माध्यम से संचालित इस योजना से बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होगा और कुपोषण की समस्या भी दूर होगी। शुद्ध पेयजल के साथ ही पाउडर को मिलाकर नियमित रूप से दूध बच्चों को देने की बात कही।”
डेयरी विकास के सहायक निर्देशक आरएस चौहान ने बताया कि, “मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन से छह साल तक के सभी बच्चों को प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को 100 एमएल दूध दिया जाएगा।” डीपीओ ने बताया कि, “जिले में 1068 आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगभग आठ हजार पांच सौ बच्चे हैं।”