देहरादून, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने उत्तराखण्ड के पूर्व राज्यपाल सुदर्शन अग्रवाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सुदर्शन अग्रवाल की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। पूर्व राज्यपाल सुदर्शन अग्रवाल का नई दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया।
अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्व. सुदर्शन अग्रवाल ने राज्यपाल के रूप में उत्तराखण्ड को दिशा देने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा, वे एक कुशल प्रशासक व विधिवेत्ता थे, उनकी समाजसेवा व शिक्षा में विशेष रूचि थी। उन्होंने रोटरी क्लब व अन्य संस्थाओं के माध्यम से सामाजिक कार्यों में भूमिका निभाई। ‘हिम ज्योति स्कूल’ देहरादून को उनकी विशिष्ट देन है।
उत्तराखण्ड के पूर्व राज्यपाल सुदर्शन अग्रवाल के निधन पर राज्य में 4 जुलाई को एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। राजकीय शोक के दिन प्रदेश के समस्त कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे तथा कोई शासकीय मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नहीं किये जायेंगे।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अपने शोक संदेश में मौर्य ने कहा कि स्व. अग्रवाल एक कुशल प्रशासक, श्रेष्ठ विधिवेत्ता और महान समाजसेवी थे। उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए सदैव एक आदर्श दृष्टिकोण अपनाया। उनके द्वारा प्रदेश की गरीब बालिकाओं के लिए देहरादून में स्थापित हिम ज्योति स्कूल प्रदेश के लिए एक धरोहर है। अग्रवाल ने सिक्किम और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन भलीभाँति किया, वे राज्यसभा के महासचिव भी रहे। उनके निधन से सार्वजनिक जीवन का एक चमकता हुआ नक्षत्र विलुप्त हो गया। उत्तराखंड राज्यपाल के सचिव रमेश कुमार सुधांशु और राजभवन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी अग्रवाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने जताया शोक
विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल सुदर्शन अग्रवाल के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया। विधानसभा अध्यक्ष ने अपने शोक संदेश में कहा है कि, “उत्तराखंड के द्वितीय राज्यपाल के तौर पर 2003 से 2007 तक सुदर्शन अग्रवाल ने राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला था। उन्होंने कहा कि सुदर्शन अग्रवाल के व्यक्तित्व के अनेक गौरवशाली पहलू रहे हैं। वे सिक्किम उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड राज्यपाल के रूप में अपने कर्तव्य का भली-भांति निर्वहन किया।”
प्रेम चंद अग्रवाल ने स्वर्गीय सुदर्शन अग्रवाल के निधन पर अपनी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा है कि, “उनकी आत्मा को ईश्वर अपने चरणों में स्थान दें एवं दुखी परिवार को इस असीम दुख से उबरने की शक्ति प्रदान करें।”