मुख्यमंत्री रावत ने 69वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तरकाशी के नेलांग पोस्ट पर जाकर आईटीबीपी के जवानों के साथ गणतंत्र दिवस मनाया। इस अवसर पर उन्होंने नेलांग में ध्वजारोहण किया। उन्होंने जवानों के उत्साहवर्धन के लिए उनके साथ समय बिताया एवं मिष्ठान वितरण भी किया। जवानों ने उनके उत्साह वर्धन के लिए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र को अपने बीच पाकर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इससे कार्य करने का जज्बा और हौंसला और अधिक बढ़ता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, “देश के सैनिक एवं अर्द्धसैनिक बलों के जवान विपरीत परिस्थितियों में जिस बुलंद हौंसले के साथ देश की सेवा कर रहे हैं, इसी के परिणामस्वरूप आज हम आजादी से सांस ले रहे हैं। अपने पराक्रम और साहस के कारण हमारे जवान दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं।”
उन्होंने कहा कि नेलांग क्षेत्र सामरिक और प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है, 11614 फीट की ऊंचाई पर लगभग .05 डिग्री सेल्सियस पर जवान चैबीसों घंटे हिमालय और देश के सजग पहरेदार के रूप में सेवा कर रहे हैं। क्षेत्र में आने वाली किसी भी आपदा के लिए पहले रिस्पोन्डर के तौर पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के जवान देश के प्रति निष्ठा से अपने कर्तव्यों का पालन करने के साथ ही सामाजिक हित के कार्यों में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
केन्द्र सरकार आईटीबीपी के जवानों के कल्याण हेतु कई प्रयास किये हैं। आईटीबीपी को आधुनिक संसाधनों से लैस बनाया गया है, ताकि जवान भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए और अधिक सक्षम हों। इसके लिए जवानों को आधुनिक उपकरण, आॅप्टिकल डिवाइस, टैलीकम्यूनिकेशन के उपकरण प्रदान किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, “आईटीबीपी की सभी अग्रिम चैकियां सड़क मार्ग से जुड़ जाएं, इसके लिए बोर्डर क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उत्तराखण्ड सरकार ने घोषणा की है कि उत्तराखण्ड के निवासी जो सैनिक एवं अर्द्धसैनिक बलों में ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त होते हैं, उनके आश्रितों को राज्य सरकार के द्वारा शैक्षिक योग्यता के आधार पर सेवायोजित किया जायेगा।“